सिंधिया का कांग्रेस से इस्तीफा; भाजपा राज्यसभा टिकट देगी
. मध्य प्रदेश में जारी सियासी उठापटक के बीच मंगलवार सुबह को अमित शाह के साथ नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। दोनों के बीच करीब एक घंटे चर्चा हुई। इसके बाद 12.10 बजे सिंधिया ने ट्विटर पर कांग्रेस से इस्तीफा शेयर कर दिया। इसके 20 मिनट बाद यानी 12.30 बजे ही कांग्रेस ने उन्हें पार्टी से निष्कासित करने का ट्वीट कर दिया।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से अपना इस्तीफा दे दिया। उन्होंने ट्वीट कर कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम यह इस्तीफा सौपा हैं। वे कुछ ही देर में भाजपा में शामिल हो सकते हैं। इसके पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ करीब एक घंटे तक बैठक की। इस दौरान गृहमंत्री अमित शाह भी वहां मौजूद थे, वे ही सिंधिया को प्रधानमंत्री के पास लेकर पहुंचे थे। इसके पहले वे दिल्ली के अपने घर से खुद गाड़ी ड्राइव कर निकले थे। इस दौरान मीडिया ने उनसे सवाल करने की कोशिश भी की, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया गया। ज्योतिरादित्य सिंधिया के दम पर मध्य प्रदेश में सत्ता पलट की तैयारी हो गई है। यह सूचना भी सामने आ रही है कि सिंधिया समर्थक 19 विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष को ई-मेल के जरिए अपना इस्तीफा सौप दिया है। सिंधिया की चुप्पी को लेकर ‘नईदुनिया ने ही बताया था कि ‘सिंधिया की नाराजगी बड़ा गुल खिलाएगी’। आज पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. माधवराव सिंधिया की 75वीं जयंती है। महज यह संयोग है कि सात दिन से प्रदेश कांग्रेस सरकार में आए भूचाल के केंद्र बिंदु इस समय उनके पुत्र पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया बने हुए हैं। उधर भाजपा द्वारा मध्य प्रदेश में विधायक दल का नेता बदलने की खबरें भी सामने आ रही है।
सिंधिया ने इस्तीफे में लिखा- ‘‘डियर मिसेज गांधी, मैं पिछले 18 वर्षों से कांग्रेस पार्टी का प्राथमिक सदस्य हूं। अब वक्त हा गया कि मुझे नई शुरुआत के साथ आगे बढ़ना चाहिए। मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से अपना इस्तीफा दे रहा हूं और जैसा कि आप जानती हैं, यह वह रास्ता है जो पिछले वर्ष खुद बनना शुरू हो गया था। हालांकि, जन सेवा का मेरा लक्ष्य उसी तरह का बना रहेगा जो शुरुआत से ही हमेशा रहा है, मैं अपने प्रदेश और देश के लोगों की उसी तरह से सेवा करता रहूंगा, मुझे लगता है कि मैं आगे यह काम इस पार्टी (कांग्रेस) में रहकर करने में सक्षम नहीं हूं। अपने लोगों और अपने कार्यकर्ताओं की भावनाओं को प्रदर्शित करने और उसे जाहिर करने के लिए, मुझे लगता है कि यह सबसे अच्छा होगा कि मैं आगे की ओर देखूं और एक नई शुरुआत करूं। मुझे देश सेवा के लिए एक मंच प्रदान करने के लिए मैं आपको बहुत धन्यवाद देता हूं और आपके माध्यम से कांग्रेस पार्टी के मेरे साथियों को भी धन्यवाद देता हूं। सादर,
आपका ज्योतिरादित्य सिंधिया।’’