बीयू के चीफ वार्डन “बहुत खूब”,  उनकी रपट में कर्मचारी कर्मठ ,व्यवस्थाएं “ओके”

भोपाल,27 जनवरी| बरकतउल्ला विश्वविधालय ( बीयू ) के हॉस्टलों में सब ठीक-ठाक है ,क्योंकि यहाँ के कर्मचारी बड़े कमेरे हैं | रात –दिन काम में लगे रहते हैं और हॉस्टलों की सारी व्यवस्था एकदम चकाचक रखते हैं | यह हम नहीं कह रहे बल्कि आरटीआई के तहत विश्वविधालय के चीफ वार्डनों ने हमें जो जानकारी दी है ,हम तो सिर्फ उसका खुलासा कर रहे हैं |

बीयू  के हॉस्टलों की बदहाली और अव्यवस्थाओं के किस्से आए दिन मीडिया की सुर्ख़ियों में रहते हैं | इन के पीछे सच्चाई क्या है ,यह जानने के लिए खाकसार तमाम जतन कर रहा है|हॉस्टलों को लेकर कुलपति को भी कई बार शर्मिन्दगी का सामना करना पड़ा है| कभी जली रोटियां कुलपति की टेबल तक पहुँच गईं ,तो कभी छात्रों को मोहरा बनाकर दूसरी चालें चलीं गईं ,लेकिन आरटीआई के तहत विश्वविधालय के चीफ वार्डनों ने बड़ी रोचक जानकारी दी है ,मेरा दावा है इस जानकारी को पढ़कर छात्र खदबदाएंगे तो आप बिना हँसे न रह पाएंगे | आरटीआई में जो जवाब मिला है वह जस का तस हम आपके सामने रख रहे हैं| हाँ इतना जरुर बताना चाहते हैं कि ढाई पेज के  इस जवाब को देने में विश्वविधालय के कर्मठ चीफ वार्डनों को पूरे ढाई महीने लग गए ,वह भी जवाब तब मिला जब प्रथम अपील की गई और तमाम खतो -कितावत की गई इसके बड़ भी जो जबाब डाक से आया वो लोक सूचना अधिकारी ने वगैर सत्यापित किये भेज दिया | छात्रों से अनुरोध है कि वह इस जवाब को पढ़कर न सिर्फ प्रतिक्रिया दें बल्कि अपने साथियों से भी चर्चा करें और आगे भी हमें सहयोग करते रहें | अभी मामला ख़त्म नहीं हुआ है , ऐसे –ऐसे सवाल पूछूंगा ,देखते हैं कब –तक यह लीपा -पोती चलेगी |

 

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