CM शिवराज ने मजदूरों के खाते में भेजे 583 करोड़ रुपये, कमलनाथ सरकार पर लगाए ये गंभीर आरोप

सीहोर: मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के आष्टा में बुधवार को अनुग्रह सहायता राशि वितरण का राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया जाना था. इसमें मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) को शामिल होना था. इस कार्यक्रम से प्रदेश के 26 हजार से अधिक मजदूरों के बैंक के खातों में अनुग्रह सहायता राशि का वितरण होना था, लेकिन भारी बारिश की वजह से सीएम शिवराज का दौरा स्थगित कर दिया गया.

इसके बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल से ही विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सिंगल क्लिक के माध्यम से मुख्यमंत्री जन कल्याण संबल योजना में 26 हजार 150 श्रमिकों को 583 करोड़ 36 लाख रुपये की राशि का अंतरण किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने कहा कि संबल योजना में दी गई राशि से मजदूर परिवारों की आजीविका की गाड़ी चल सकेगी.

संबल योजना की शुरूआत 2018 में हुई थी. सरकार ने 16 मई 2022 को मुख्यमंत्री जन कल्याण संबल 2.0 लागू की थी.इसका उद्देश्य था कि गरीब श्रमिकों को रोटी, कपड़ा और मकान के अलावा संकट की स्थिति में आर्थिक सहायता मिले. परिवार में किसी के बीमार होने, प्रसूति, दिव्यांगता और असामयिक मृत्यु पर परिवार को आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ता था.

क्या कमलनाथ सरकार ने बंद कर दी थी योजना
मजदूरों के खाते में पैसा भेजने के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस की तत्कालीन कमलनाथ सरकार पर जुबानी प्रहार किया. सीएम ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के दरिद्र नारायण के सेवा के विचार को क्रियान्वित करने के लिए योजना प्रारंभ की गई. पूर्व सरकार ने योजना में पात्र हितग्राहियों के नाम काटने और योजना को बंद करने का श्रमिक विरोधी कार्य किया.हमने इसे पुन: प्रारंभ कर नए आयाम जोड़े. अभियान संचालित कर संबल.2.0 में 17 लाख पात्र नाम जोड़े गए.

किसे कितनी सहायता राशि मिली
मुख्यमंत्री ने कहा कि संबल योजना अंतर्गत श्रमिक परिवारों की महिलाओं को प्रसूति के पूर्व 4 हजार और प्रसूति के पश्चात 12 हजार रुपये की राशि दी जाती है. वहीं दुर्घटना में असामयिक मृत्यु पर चार लाख रुपये और सामान्य मृत्यु पर दो लाख रुपये देने का प्रावधान है. स्थायी अपंगता पर दो लाख और सामान्य अपंगता पर भी एक लाख रुपये का प्रावधान है.अंतिम संस्कार के लिए 5 हजार रुपये की राशि सहायता स्वरूप दी जाती है.

शिक्षा से भी जुड़े मजदूरों के बच्चे
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में श्रमोदय विद्यालय भी संचालित हैं. इनमें पब्लिक स्कूल की तरह आवश्यक सुविधाएं हैं. विद्यार्थियों को आवास और भोजन की सुविधा उपलब्ध है.प्रदेश में एक करोड़ 57 लाख पंजीयन किए जा चुके हैं. संबल 2.0 योजना में अब तक प्रदेश में चार लाख 68 हजार से अधिक परिवारों को 4211 करोड़ रुपये से अधिक की सहायता अंत्येष्टि और अनुग्रह सहायता के रूप में दी जा चुकी है. मप्र भवन और अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मंडल नए आईटीआई प्रारंभ कर रहा है. इनमें श्रमिकों के बच्चों को मुफ्त में कौशल प्रशिक्षण मिलेगा.

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