दुनिया में कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोरोना वायरस का डेल्टा वेरिएंट कोविड वैक्सीन की दोनों डोज लेने वालों को भी संक्रमित कर रहा है.
दुनिया में कोरोना वायरस के दैनिक मामलों में कमी देखी जा रही है. हालांकि, कोरोना की तीसरी लहर आने की संभावना बनी हुई है. इसी बीच कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है. इन मामलों के तेजी से बढ़ने से चिंता काफी बढ़ गई है. माना जा रहा था कि जिन लोगों ने वैक्सीन लगवा ली है, वह पूरी तरह सुरक्षित हैं. लेकिन अब ऐसे तथ्य निकलकर सामने आए हैं, जो निश्चित रूप से चौंकाने वाले हैं. कहा जा रहा है कि कोरोना वायरस का डेल्टा वेरिएंट कोविड वैक्सीन की दोनों डोज लेने वालों को भी संक्रमित कर रहा है.
हाल ही में दुनिया के 10 प्रमुख कोविड 19 विशेषज्ञों ने एक इंटरव्यू में कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीन सुरक्षा काफी मजबूत है और जिन लोगों ने अभी तक वैक्सीन नहीं लगवाई है उन्हें इस समय ज्यादा खतरा बना हुआ है. वैज्ञानिकों के मुताबिक, भारत में डेल्टा वेरिएंट कोरोना वायरस के दूसरे वेरिएंट से ज्यादा खतरनाक है. यह आसानी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में ट्रांसफर हो जाता है. रिपोर्ट के अनुसार, पिछले वेरिएंट की तुलना में यह ज्यादा तेजी के साथ पूरी तरह से वैक्सीन लगाए गए लोगों को संक्रमित कर सकता है.
जानिए क्या है एक्सपर्ट्स की राय
एक्सपर्ट्स का कहना है कि व्यापक टीकाकरण अभियानों वाले देशों में मास्क, सामाजिक दूरी और अन्य उपायों की फिर से आवश्यकता हो सकती है, क्योंकि जब तक डेल्टा वेरिएंट ट्रांसमिशन पर अधिक डेटा नहीं आ जाता तब तक कोविड के नियमों का पालन किया जाना बेहद जरूरी है. वहीं, माइक्रोबायोलॉजिस्ट शेरोन पेकॉक ने कहा कि डेल्टा वेरिएंट कोरोना वायरस का अभी तक का सबसे तेज वेरिएंट है. शेरान के मुताबिक, वायरस लगातार अपने में परिवर्तन करता रहता है और नए नए रूप में सामने आता है. इसका नया रूप कभी कभी असली रूप से ज्यादा खतरनाक होता है.