*महाराष्ट्र के अहमदनगर में एक साथ 22 शवों का हुआ अंतिम संस्कार*
महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जहां कोरोना महामारी के चलते दम तोड़ चुके 22 कोरोना मरीजों के शवों का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया है। आपको बता दें कि जिले एक दिन में अंदर तकरीबन 42 लोगों का अंतिम संस्कार किया गया है।
एंबुलेंस में एक के ऊपर एक रखी ये लाशें उनको कोरोना मरीजों की है जो अब इस दुनिया में नहीं है। जिस तरह से इनके शवों को एंबुलेंस में रखा गया है वह दिल को झकझोर देने वाला और बेहद अमानवीय तरीका है इसके पहले भी इसी शहर में पिछले साल एक साथ एक एंबुलेंस में 12 कोरोना मरीजों की लाशों को लाया गया था। उस वक्त भी यह मुद्दा काफी जोर-शोर से उठाया गया था। ऐसा लगता है कि सिर्फ समय बदला है अहमदनगर जिला प्रशासन ने उस घटना से कोई सबक न लेते हुए इस बार भी वही गलती दोहराई है। पिछले साल महानगरपालिका ने कहा था कि वह एक नई एंबुलेंस खरीदेंगे लेकिन साल बीत जाने के बाद भी नई एंबुलेंस अभी तक नहीं आ पाई है।महाराष्ट्र अहमदनगर जिला कोरोना पॉजिटिव मरीजों की सूची में टॉप टेन में आता है। अहमदनगर जिले में रोजाना दो हजार के ऊपर कोरोना के पॉजिटिव मरीज पाया जा रहे हैं। जिले में अब तक कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 1लाख 9हज़ार 401 तक पहुंच चुकी है। जिसमें से 12सौ 70 लोगों की मौत हुई है। अभी भी जिले में कोरोना के 11 हज़ार 637एक्टिव मरीज हैं। जिले में बीते 24 घंटों के अंदर कोरोना की वजह से मरने वालों का आंकड़ा 48 तक पहुंच चुका है। जिसमें से 20 मृतकों के शवों का दाह संस्कार इलेक्ट्रिक मशीन में किया गया है। आपको बता दें कि इस मशीन की क्षमता सिर्फ 20 होने के कारण बाकी लाशों का अंतिम संस्कार सामान्य तरीके से किया गया है।महाराष्ट्र के बीड जिले में भी कुछ दिनों पहले एक ही चिता पर 8 लाशों को जलाने की खबर सामने आई थी जिसके बाद आज अहमदनगर में भी लाशों को जलाने के लिए जगह न मिलने के कारण कई घंटों तक सब एंबुलेंस में ही पड़े रहे बाद में एक साथ 22 शवों को जलाना पड़ा।