भारत में कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य तेजी से किया जा रहा है। 2.5 करोड़ से ज्यादा लोगों को अब तक कोरोना वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है। लेकिन इसी बीच कुछ चिंताजनक भी आ रही हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दो स्वास्थ्यकर्मी में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है, जबकि ये दोनों स्वास्थ्यकर्मी कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके हैं। दो डोज लेने के बाद भी रिपोर्ट पॉजिटिव आने चिंताजनक है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, महाराष्ट्र में जालना के सरकारी अस्पताल में काम करने वाले दो स्वास्थ्यकर्मी कोविड-19 वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद कोरोना वायरस की चपेट में आए हैं। बताया जा रहा है कि उनके अंदर कोरोना वायरस के लक्षण काफी कम हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, स्थानीय एडिशनल सर्जन पद्मजा सराफ का कहना है कि वैक्सीन की डोज लेने के बाद लगभग 42 दिनों में एंटीबॉडीज डेवलेप होती है। इस दौरान एहतियात के दौर पर मास्क लगाकर रखना चाहिए और कोरोना वायरस के नियमों का पालन करना चाहिए।
जानकारी के लिए आपक बता दें कि महाराष्ट्र में इन दिनों कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। महाराष्ट्र में बीते दिन कोरोना वायरस के 14 हजार 317 मामले सामने आये हैं। यह आंकड़ा इस साल एक दिन में सबसे ज्यादा है। वहीं महाराष्ट्र में कोरोना वायरस की वजह से एक दिन 57 लोगों की मौत हुई है।
इसकी के साथ राज्य में कोरोना वायरस से कुल मरने वालों की संख्या 52 हजार 667 हो गई है। साथ ही आपको बता दें कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए महाराष्ट्र के नागपुर में लॉकडाउन लगाने का ऐलान किया गया है। नागपुर में 15 मार्च से 21 मार्च तक पूर्ण लॉकडाउन रहेगा। इस दौरान केवल जरूरी सेवाओं के लिए ही अनुमति रहेगी।
बता दें कि देश में कोरोना वैक्सीनेशन का दूसरा चरण 1 मार्च से शुरू हुआ था। इस चरण में 60 वर्ष से अधिक उम्र वाले हर व्यक्ति को कोरोना वैक्सीन की डोज दी जा रही है। अभी तक ढाई करोड़ के करीब वैक्सीन लगाई जा चुकी है।