गणतंत्र दिवस आने वाला है और हर साल की तरह इस साल भी देश अपनी सैन्य शक्ति को प्रदर्शित करने के लिए कमर कस चुका है। इस साल 26 जनवरी की वार्षिक परेड में कुछ बदलाव भी किए गए है। इस साल का उत्सव कोरोना महामारी के कारण हर बार से कुछ अलग होगा। इस वर्ष की आर-डे परेड से क्या नया होगा और क्या गायब रहेगा, जानें उसके बारे में
परेड में इस साल क्या नया क्या है:
1. पिछले साल सितंबर में फ्रांस से खरीदे गए और भारतीय वायु सेना (IAF) में शामिल किए गए राफेल लड़ाकू जेट, पहली बार परेड में भाग लेंगे। इस बार वायु सेना ने फ्रांस से ऑर्डर किए गए 36 राफेल जेट में से 11 को शामिल किया है।
2. इस बार की परेड में एक महिला लड़ाकू पायलट भी देखने को मिलेंगी। भारत की पहली महिला फाइटर पायलटों में से एक फ्लाइट लेफ्टिनेंट भावना कंठ IAF की झांकी का हिस्सा होंगी, जो हल्के लड़ाकू विमान (LCA), हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर (LCH) और सुखोई -30 लड़ाकू विमानों के मॉक-अप का प्रदर्शन करेगी।
3. बांग्लादेश सशस्त्र बलों की एक टुकड़ी, जिसमें 122 सैनिक शामिल हैं, वो भी परेड में भाग लेगी। फ्रांस (2016) और यूएई (2017) आर-डे मार्च में भाग लेने वाले पहले दो विदेशी देश हैं।
4. उत्तर प्रदेश की झांकी में राम मंदिर की प्रतिकृति होगी, जो वर्तमान में अयोध्या के मंदिर शहर में निर्माणाधीन है। सुप्रीम कोर्ट ने नवंबर 2019 में मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करते हुए दशकों पुराने भूमि विवाद मामले को समाप्त कर दिया था।
क्या गायब है:
1. ब्रिटिश प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन भारत आने वाले थे लेकिन यूके में बढ़ रहे कोरोना मामलों को देखते हुए उनका आना कैंसिल हो गया. पांच दशकों से अधिक समय में मुख्य अतिथि के बिना होने वाली ये पहली आर-डे परेड होगी। बोरिस जॉनसन ने शुरुआत में भारत के निमंत्रण को स्वीकार किया लेकिन उन्हें अपनी यात्रा को रद्द करनी पड़ी। भारत में इससे पहले 1952, 1953 और 1966 में परेड के लिए मुख्य अतिथि नहीं थे।
2. पिछले साल 150,000 दर्शक थे लेकिन अब इसे कम करके 25,000 कर दिया है। मीडियाकर्मियों की संख्या में भी 300 से 200 की कटौती की गई है।
3. पिछले वर्षों के विपरीत इस बार परेड केवल इंडिया गेट के सी-हेक्सागॉन में नेशनल स्टेडियम तक ही जाएगी। केवल झांकी लाल किले तक जाएगी।
4. जिन घटनाओं को पूरी तरह से रद्द कर दिया गया है, उनमें पूर्व सैनिकों और महिलाओं द्वारा दिग्गजों की परेड, साथ ही सेना और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के सैनिकों द्वारा मोटरसाइकिल स्टंट शामिल हैं।
5. 15 साल से कम उम्र के किसी भी बच्चे को इंडिया गेट लॉन में अनुमति नहीं दी जाएगी। साथ ही, इस वर्ष स्कूली बच्चों के लिए कोई परिक्षेत्र नहीं होगा।