भारतीय सेना ने किए पाकिस्तान के आतंकी ठिकाने ध्वस्त
भारतीय सेना ने पाकिस्तान की तरफ से की जा रही आतंकी वारदातों का जबर्दस्त पलटवार करना शुरू कर दिया है। पिछले सप्ताह एलओसी पर बड़ी संख्या में आतंकी ठिकाने ध्वस्त करने के बाद आज नगरोटा में आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया गया। इसके बाद यह खबर सामने आ रही है कि सेना ने पिन प्वाइंट स्ट्राइक नाम का ऑपरेशन लॉन्च किया है, जिसके चलते आतंकियों को निशाना बनाकर उनके लॉन्चिंग पेड नष्ट किए जा रहे हैं। भारतीय सेना ने गुलाम कश्मीर में बड़ी स्टाइक की है। सेना ने आतंकियों के लांचपैड को ध्वस्त किया है। सेना के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भारतीय सेना ने पीओके में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के अंदर संदिग्ध आतंकी लॉन्चपैड्स पर कड़ी कार्रवाई की है। सुरक्षा बलों के सूत्रों ने कहा कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के अंदर संदिग्ध आतंकी लॉन्चपैड्स पर पाकिस्तानी सेना की ओर से किए जा रहे हमलों के मद्देनजर यह अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने उउने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों में पाकिस्तान सेना जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की घुसपैठ का समर्थन करने के लिए भारी कैलिबर आर्टिलरी गन से अंधाधुंध गोलीबारी का सहारा लेकर नियंत्रण रेखा (एलओसी) के भारतीय हिस्से पर नागरिकों को आक्रामक तरीके से निशाना बना रही है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इस साल 2019 में 18 की तुलना में 21 निर्दोष नागरिकों ने पाकिस्तानी गोलीबारी में अपनी जान गंवाई है। पाकिस्तान ने गत शुक्रवार को उत्तरी कश्मीर में एलओसी के साथ कई इलाकों में भारी गोलाबारी की, जिसमें कम से कम चार नागरिकों के अलावा पांच सुरक्षाकर्मी मारे गए।
भारतीय सेना ने एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल और आर्टिलरी गन के साथ कई पाकिस्तानी ठिकानों पर बड़ी जवाबी कार्रवाई की, जिसमें कम से कम आठ पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और 12 अन्य घायल हो गए। सूत्र ने कहा, “पाकिस्तान सेना की कार्रवाई में नागरिकों को विशेष रूप से निशाना बनाने के लिए भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में संदिग्ध लॉन्चपैडों पर किए गए हमले हैं। सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तानी सेना भी एलओसी के किनारे भारतीय सेना की चौकियों पर भारी हथियारों के साथ गोलीबारी कर रही है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इस साल घुसपैठ की आठ बोलियों को नाकाम कर दिया गया था और 14 आतंकवादियों को नियंत्रण रेखा पर बेअसर कर दिया गया था। पाकिस्तान पिछले साल भारत के बालाकोट हवाई हमलों के बाद आतंकवादी प्रशिक्षण शिविरों के स्थान की कड़ी निगरानी कर रहा है। भारतीय युद्धक विमानों ने पुलवामा आतंकी हमले के जवाब में पिछले साल 26 फरवरी को पाकिस्तान के अंदर एक जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर को ढेर कर दिया था, जिसमें 40 सीआरपीएफ जवान मारे गए थे।