शहर में सोमवार देर रात को 77 नए मरीज आए। वहीं, दो की मौत की पुष्टि हुई। इसके साथ संक्रमित मरीजों की संख्या 7 हजार के पार पहुंच गई है। अब तक 7058 पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं। इस वायरस ने 306 मरीजों की जान भी ली है। कुल 1130 सैंपल्स की जांच में 1027 की रिपोर्ट निगेटिव आई। वहीं, 30 मरीज रिपीट पॉजिटिव पाए गए। एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 1994 हो गई है, जबकि 4758 स्वस्थ हो चुके हैं। 1 लाख 32 हजार 600 लोगों के सैंपल्स की रिपोर्ट आ चुकी है। हाेटल-गार्डन में क्वारैंटाइन 5070 लोग भी अपने घरों को जा चुके हैं।
एक जुलाई को इंदौर में एक्टिव मरीज 817 थे, इसमें 600 मरीज अस्पतालों में भर्ती थे, लेकिन 27 जुलाई को एक्टिव मरीज 1996 हो गए हैं। अस्पतालों में वर्तमान में बैड्स 5421 है, जैसे ही 65 फीसदी के करीब बैड्स यानि 3500 करीब बैड्स मरीजों से भर जाएंगे, जिला प्रशासन लॉकडाउन पर काम शुरू कर देगा। कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि लॉकडाउन की स्थिति काफी हद तक अस्पतालों में बैड्स व्यवस्था पर निर्भर रहती है, इसलिए हमारी पूरी नजर उस पर है, जैसे ही अलार्मिंग स्थिति में आएंगे तो फिर लॉकडाउन पर विचार करना होगा, जैसे भोपाल में किया गया।
एक मरीज बागली और सात इंदौर के घर गए
इंडेक्स अस्पताल से सोमवार को आठ मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे। इसमें एक मरीज बागली और सात इंदौर के हैं। स्वस्थ होने वालों में सात साल के कंदर्प बाहेती से लेकर 59 वर्षीय हेमलता लाल भी शामिल हैं। मरीजों ने कहा कि अस्पताल प्रबंधन सटीक इलाज के साथ मानसिक स्तर पर मजबूत भी बनाता है। मरीजों को कोरोना से लड़ने का साहस मिला और अस्पताल में रोज योग कराया जाता है। इससे इम्युनिटी में सुधार होता है। जल्दी स्वस्थ होते हैं