कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए ये दवा कारगर है

 

केरल में रविवार को कोरोनावायरस का दूसरा मामला सामने आने पर खतरा चारों तरफ मंडराने लगा है। बंगाल सरकार ने भी इस वायरस से प्रभावित 8 मरीजों की पहचान की है। इसबीच, आयुष मंत्रालय ने बचाव के लिए एडवायजरी जारी की है। समय रहते बचाव कर लेने पर गंभीर परिणामों से बचा जा सकता है। सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन होम्योपैथी के वैज्ञानिक सलाहकार बोर्ड ने कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए होम्योपैथी की ‘आर्सेनिक एल्बम-30’ को 3 दिन तक खाली पेट लेने पर कारगर माना है।

संक्रमण कायम रहने पर एक माह बाद खुराक को दोबारा लिया जा सकता है। इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी की रोकथाम के लिए भी इस दवा की खुराक ली जा सकती है। आयुष मंत्रालय के मुताबिक, तुलसी, काली मिर्च और पिप्पली जैसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां लोगों का बचाव कर सकती हैं। यूनानी दवाओं में शरबतउन्नाब, तिर्यकअर्बा, तिर्यक नजला, खमीरा मार्वारिद जैसी दवाओं को लेने की सलाह दी गई है। एडवाइजरी में आमजन को साफ-सफाई से रहने की सलाह दी है। यूनानी डॉक्टरों ने कोरोनावायरस के बचाव के लिए सुपाच्य, हल्का एवं नरम आहार की सलाह दी है।

ये उपाय करने की सलाह

आयुर्वेदिक: पिप्पली, काली मिर्च और सोंठ का 5 ग्राम पाउडर और तुलसी की 3 से 5 पत्तियों को 1 लीटर पानी में तब तक उबालें, जब तक पानी आधा लीटर न हो जाए। इसके बाद पानी को एक बोतल में भरकर रख लें और धीरे-धीरे पिएं। शेषमणि वटी 500 मिलीग्राम रोजाना दिन में 2 बार लेना। बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं लें। सुबह के समय तिल के तेल की दो बूंद नाक में डालें।

होम्योपैथी: आर्सेनिक एल्बम-30 होमियोपैथी दवा से कोरोना वायरस संक्रमण से बचा सकता है।

 

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