गंदे नाले में बदल गई है पत्रकारिता की पवित्र नदी

  कोड वर्ड में प्रसारित किये गए संदेशों का कोई तय स्वरूप नहीं होता है। वह मौखिक हो सकते हैं और लिखित भी। फिर सयाने तो मौन में छिपे शब्दों…

सरकार और आयकर विभाग रूपी गुरु को आयकर दाताओं रूपी शिष्यों का कोटि कोटि नमन

    जीवन में संघर्ष के बाद ही निखार आता है और सोना जितना तपता है, उतना ही चमकता है. मोदी सरकार देश को सोने की चिड़िया बनाना चाहती है…