भाजपा के लिए जरूरी है कि याद रखे ठाकरे को
दो बड़े सवाल हैं। भारतीय जनता पार्टी अपने पितृ-पुरुष कुशाभाऊ ठाकरे का केवल स्मरण कर रही है? या फिर उनका जन्म शताब्दी वर्ष वाकई नेताओं और कार्यकर्ताओं के लिए अनुसरण करने का माध्यम भी बनेगा? बात कुशाभाऊ ठाकरे के आदर्श को महज भाषणों में दोहराने तक सिमट कर रह जाएगी, या मामला उन आदर्शों…