लखीमपुर खीरी में राजा विष्णु नारायण दत्त सिंह को 93 साल बाद अपनी प्रॉपर्टी का मालिकाना हक मिल गया है. आरटीआई के जरिए उन्होंने इसे पाने में सफलता हासिल की.
लखीमपुर खीरी. यूपी के लखीमपुर खीरी जिले में स्थित ओयल रियासत को असली मालिक मिल गया है. आरटीआई की मदद से राजा विष्णु नारायण दत्त सिंह ने अपनी रियासत के महल को हासिल कर लिया है. इस महल की कीमत करोड़ों रुपये में है. महल पिछले कई सालों से जिलाधिकारी आवास बना हुआ है.
क्या है मामला
दरअसल, साल 1928 में रियासत के तत्कालीन राजा युवराज दत्त सिंह ने अपना महल डिप्टी कलेक्ट्रेट को किराए पर दिया था. 1959 में किराया बढ़ाने के लिए राज परिवार से प्रशासन ने महल के असली कागज मांगे गए, लेकिन कागज राज परिवार के पास नहीं बल्कि किसी सरकारी फाइल में बंद थे. राजा के निधन के बाद कागजों का मिलना और मुश्किल हो गया था. कागज नहीं मिलने पर राज परिवार को इमारत का किराया मिलना बंद हो गया.
आरटीआई बना हथियार
राजा विष्णु नारायण दत्त सिंह ने अपनी विरासत को हासिल करने के लिए आरटीआई को हथियार बनाया. 2019 में राज परिवार ने आरटीआई का सहारा लिया. इसके बाद 7 महीने की जद्दोजहद के बाद राज परिवार को महल के असली कागज मिल गए.