मंदिर आंदोलन में अपना जीवन बलिदान देने वाले राम भक्तों के लिए बनेगा “राम कथा संग्रहालय” 

 

मंदिर आंदोलन में अपना जीवन बलिदान देने वाले राम भक्तों के लिए बनेगा “राम कथा संग्रहालय”

 

अगले वर्ष 22 जनवरी से पहले ही राम भक्तों के अयोध्या आने वाले राम भक्तों को मंदिर आंदोलन के लिए अपने जीवन का बलिदान देने वाले राम भक्तों की कहानी “राम कथा संग्रहालय” म्यूजियम में देखने को मिलेगी । मंदिर निर्माण समिति ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय राम कथा संग्रहालय (म्यूजियम) को लेकर विस्तार से चर्चा हुई है. संग्रहालय में 12 गैलरी बनाई जाएंगी. भूतल, प्रथम तल और द्वितीय तल को मिलाकर यह गैलरी (दीर्घा) होंगी, जिसमें लेटेस्ट टेक्नोलॉजी या तकनीकी का उपयोग करके 3D और 7D के माध्यम इसे तैयार किया जाएगा. इसके साथ ही एक टेक्नोलॉजी होती है, जिसको मर्सिप कहते हैं, जो आज के युग में आधुनिकतम म्यूजियम बन रहे हैं, उसमें उपयोग में लाई जा रही है. इस टेक्नोलॉजी को मिलाकर पांच गैलरी बनेंगी. उसमें से एक महत्त्वपूर्ण गैलरी हनुमान जी की बारे में होगी. इसको लेकर केंद्र सरकार ने IIT चेन्नई को कार्य सौंपा है. धनराशि भी दे दी है और अगले पांच महीने में हनुमान जी के कृत्य जो हैं, मुख्य रूप से जिनका संबंध भगवान राम से है, उसकी भी एक दीर्घा बनाई जाएगी. म्यूजियम में 500 वर्षों के संघर्ष से जुड़े दस्तावेज रखे जाएंगे

यही नहीं राम कथा म्यूजिम में एक कानूनी दीर्घा भी होगी, जिसमें 500 वर्षों के संघर्ष से जुड़े दस्तावेज रखे जाएंगे. राम मंदिर आंदोलन से जुड़े प्रमुख लोगों के लिए भी एक दीर्घा तैयार की जाएगी, जिसमें उनकी स्मृतियों दर्शाया जाएगा. भूतल पर भगवान श्री राम की लीलाओं से संबंधित प्रदर्शनी लगाई जाएगी. ये राम कथा म्यूजियम अगले नौ महीने में बनकर तैयार हो जाएगा▪️

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