भोपाल. मेडिकल स्टोर से सर्दी, खांसी, जुकाम या बुखार की दवा लेकर खाने वालों पर भी अब प्रशासन नजर रख रहा है। खासकर जहांगीराबाद, ऐशबाग, तलैया, टीला जमालपुरा, कोतवाली, अशोका गार्डन, स्टेशन बजरिया थाना क्षेत्रों में स्थित मेडिकल स्टोर संचालक ऐसे लोगों के नाम-पते नोट कर रहे हैं, जो इन बीमारियों की दवा खरीद रहे हैं। स्टोर संचालक ऐसा ड्रग इंस्पेक्टर्स के निर्देश के बाद कर रहे हैं, ताकि दवा लेकर इन बीमारियों को दबाया न जाए। क्योंकि संभव है कि आगे चलकर वह कोविड-19 में तब्दील हो जाए। पिछले कुछ दिनों में ही प्रशासन ने ऐसे करीब 125 लोगों का कोविड-19 टेस्ट करवाया है, जिन्होंने मेडिकल स्टोर्स से इन बीमारियों की दवा खरीदी है।
कंटेनमेंट जोन प्रभारी पंकज कुमावत (आईपीएस) के मुताबिक कंटेनमेंट जोन में शामिल होने के बाद भी बहुत से ऐसे लोग हैं, जो कोविड-19 टेस्ट के लिए सामने नहीं आ रहे हैं। इसलिए प्रशासन के निर्देश के बाद ड्रग इंस्पेक्टर्स की मदद ली जा रही है। स्टोर संचालक अब ऐसे लोगों के नाम-पते नोट कर रहे हैं, जो बगैर डॉक्टर की पर्ची के सर्दी, खांसी, जुकाम या बुखार की दवा लेने आ रहे हैं। ये नाम-पते रोजाना ड्रग इंस्पेक्टर्स से इन लोगों के नाम-पते शेयर कर रहे हैं ताकि उन लोगों का कोविड-19 टेस्ट करवाया जा सके। इसका मकसद ज्यादा से ज्यादा लोगों की सैंपलिंग करवाना है, ताकि उन्हें भविष्य में गंभीर बीमारी का शिकार होने से बचाया जा सके।
राजधानी के अति संवेदनशील कंटेनमेंट जोन के दायरे में आने वाले मेडिकल स्टोर्स की सूची तैयार की गई है। सभी दवा स्टोर संचालकों को इलाके के ड्रग इंस्पेक्टर के नंबर शेयर करवाए गए हैं।
41 अतिसंवेदनशील कंटेनमेंट जोन
जिले में अब तक 205 कंटेनमेंट जोन बनाए जा चुके हैं। इनमें 41 को अतिसंवेदनशील माना गया है। इन क्षेत्रों में कोतवाली, शाहजहांनाबाद, कोहेफिजा, टीला जमालपुरा, हनुमानगंज, तलैया, टीटी नगर, कमला नगर, जहांगीराबाद, हबीबगंज, बजरिया, ऐशबाग, अशोका गार्डन, गोविंदपुरा, पिपलानी, छोला मंदिर, ईटखेड़ी, निशातपुरा, कोलार रोड और नजीराबाद की कुछ बस्तियां शामिल हैं।
अतिसंवेदनशील जोन पर एसआई बने प्रभारी
अति संवेदनशील जोन में शामिल 41 कंटेनमेंट जोन पर एक-एक सब इंस्पेक्टर स्तर के पुलिस अधिकारी को प्रभारी बनाया गया है। ये प्रभारी अपने-अपने इलाके के टीआई-सीएसपी को रोजाना रिपोर्ट करेंगे। इसके लिए वायरलेस सेट पर एक अलग चैनल तैयार करवाया गया है, जिस पर केवल कोविड-19 से जुड़े संदेश प्रसारित किए जा रहे हैं। हर कंटेनमेंट जोन प्रभारियों की मदद के लिए एक-एक नगर निगम और प्रशासन के अफसर भी तैनात किए जा रहे हैं। उनकी जिम्मेदारी इलाके में सैनिटाइजेशन और होम डिलीवरी की आपूर्ति कराना होगी।