नई दिल्ली, 03 जुलाई । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार सुबह सैन्य बलों के प्रमुख (सीडीएस) बिपिन रावत के साथ अचानक लेह पहुंच गए। वह लेह में कोर कमांडर और अन्य अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। इस दौरान वे चीन सीमा पर तैनात भारतीय सैनिकों की तैयारियों की समीक्षा करेंगे।
पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को शुक्रवार को लेह-लद्दाख के दौरे पर जाना था लेकिन गुरुवार शाम को अचानक उनका दौरा बिना कारण बताए रद्द कर दिया गया। रक्षा मंत्रालय से सिर्फ यह जानकारी दी गई कि उनके लेह दौरे की तारीख फिर से तय की जाएगी। सेना की ओर से गुरुवार की देर रात सीडीएस रावत के आज लेह जाने का कार्यक्रम बताया गया था लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के दौरे के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई थी।
अचानक लेह पहुंचे पीएम मोदी और सीडीएस रावत 14 कोर मुख्यालय में सीमा पर सेनाओं की तैनाती और तैयारियों के बारे में समीक्षा करेंगे। जानकारी यह भी मिल रही है कि प्रधानमंत्री बॉर्डर के फारवर्ड एरिया में भी जाएंगे और भारतीय सेना के डिप्लॉयमेंट का जायजा लेंगे।
चीन से अब तक कोर कमांडर स्तर की तीन दौर की वार्ता नाकाम रहने की वजहों के बारे में भी उन्हें बताया जायेगा।
चीन से अब तक कोर कमांडर स्तर की तीन दौर की वार्ता नाकाम रहने की वजहों के बारे में भी उन्हें बताया जायेगा।
भारतीय सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे 23-24 जून को पूर्वी लद्दाख की वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सेना की तैयारियों को परखने और दो दिवसीय दौरे पर गए थे। दो दिवसीय दौरे से लौटकर आर्मी चीफ ने 25 जून को सीडीएस को लद्दाख सेक्टर के जमीनी हालात के बारे में जानकारी दी थी।
सीमा पर तनाव के चलते रक्षा मंत्री भी अब तक कई बार सैन्य बलों के प्रमुख (सीडीएस) विपिन रावत, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ बैठक कर चुके हैं।
अब खुद प्रधानमंत्री लेह जाकर कोर कमांडर और अन्य अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। इस दौरान वे सीमा पर तैनात भारतीय सैनिकों की तैयारियों की जानकारी भी लेंगे। वह अग्रिम चौकियों का भी निरीक्षण करने जा सकते हैं।