निगम को प्रीमियम राशि के अलावा विज्ञापनों से होने वाली आय पर मिलेगा शुल्क
इंदौर। शहर (Indore) में अधिकांश बस स्टॉप (Bus Stop) पुराने और टूटे-फूटे हो गए हैं, जिनकी जगह नगर निगम (municipal corporation) अब 600 सर्वसुविधायुक्त (well equipped) बस स्टॉप बनवाने जा रहा है, जिसमें पहले चरण में 200 हाईटेक बस क्यू शेल्टर (high-tech bus queue shelters) बनाए जाएंगे, जो सीसीटीवी कैमरे, जीपीएस सिस्टम सहित अन्य सुविधाओं से लैस रहेंगे। पीपीपी मॉडल पर इनका निर्माण करवाया जाएगा और बदले में प्रीमियम राशि के अलावा निगम को शुल्क भी मिलेगा। हालांकि बीआरटीएस कॉरिडोर को हटाने के निर्णय के साथ उस पर बने बस स्टॉप और अन्य को तोडऩे की प्रक्रिया भी शुरू की गई है। अभी नीरंजनपुर और सत्यसांई चौराहा पर फ्लायओवर के चलते बीआरटीएस उस हिस्से में खत्म ही हो गया है।
बीआरटीएस कॉरिडोर पर दौडऩे वाली आई बसों में ही 50 हजार से अधिक यात्री रोजाना सफर करते हैं और पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने इसे हटाने के निर्देश दिए हैं। हालांकि अभी हाईकोर्ट का फैसला आना बाकी है, क्योंकि जबलपुर में इसको लेकर याचिकाएं लम्बित हैं। हाईकोर्ट की अनुमति से ही बीआरटीएस का भविष्य तय होना है। मगर एमपीआरडीसी द्वारा नीरंजनपुर चौराहा और सत्यसांई पर फ्लायओवरों का निर्माण होने के चलते इस हिस्से में बीआरटीएस कॉरिडोर खत्म ही हो गया और अब यहां के बस स्टॉप सहित अन्य सुविधाओं को तोड़ा भी जा रहा है। इसी तरह एलआईजी से लेकर नवलखा तक भी चौराहों पर फ्लायओवर प्रस्तावित है, जिनका फिजिबिलिटी सर्वे प्राधिकरण द्वारा करवाया जा रहा है और भविष्य में यह हिस्सा भी बीआरटीएस कॉरिडोर का हिस्सा नहीं रह पाएगा। दूसरी तरफ महापौर पुष्यमित्र भार्गव का कहना है कि हम 600 नए हाईटेक बस क्यू शेल्टर शहर में निर्मित करवा रहे हैं, क्योंकि अब 29 गांवों में भी तेजी से विकास के चलते सिटी बसों की मांग बढ़ गई है। लिहाजा इन क्षेत्रों में नए बस शेल्टर बनेंगे, वहीं पुराने बस स्टॉफों को भी आधुनिक किया जाएगा। अभी पहले चरण में 200 बस क्यू शेल्टरों के निर्माण का निर्णय लिया है, जिसका जिम्मा एआईसीटीएसएल को सौंपा गया है। इसके लिए स्थानों का चयन भी कर लिया है और ये सभी क्यू शेल्टर पीपीपी मॉडल पर बनाए जाएंगे और इसका निर्माण जो कम्पनी करेगी वह निगम को प्रीमियम के अलावा प्रतिमाह निर्धारित राशि भी चुकाएगी।शेल्टर निर्माण की डिजाइन भी नगर निगम द्वारा ही तय की जाएगी। अभी शहर में सिटी बसों का संचालन कई मार्गों पर हो रहा है। मगर वहां पर बस स्टॉप ही नहीं है और यात्रियों को सडक़ पर खड़े होकर इंतजार करना पड़ता है।