- डिप्टी सीएम पद से हटाए गए सचिन पायलट
- प्रदेश अध्यक्ष पद से भी हटाए गए पायलट
- तीन मंत्रियों को मंत्रिमंडल से निकाला गया
राजस्थान में जारी सियासी खींचतान में मंगलवार को बड़ा उलटफेर हुआ. कांग्रेस पार्टी ने सचिन पायलट पर एक्शन लेते हुए उन्हें उपमुख्यमंत्री पद और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटा दिया है. साथ ही सचिन पायलट के समर्थन वाले मंत्रियों को भी हटा दिया गया है. इसी के साथ अब अशोक गहलोत एक बार फिर इस सियासी दंगल में विजेता बनकर सामने आए हैं.
सचिन पायलट पर कांग्रेस का वार
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने एक षडयंत्र के तहत राजस्थान की 8 करोड़ जनता के सम्मान को चुनौती दी है. बीजेपी ने साजिश के तहत कांग्रेस की सरकार को अस्थिर कर गिराने की साजिश की है. बीजेपी धनबल और सत्ताबल से कांग्रेस पार्टी और निर्दलीय विधायकों को खरीदने की कोशिश की है.
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सचिन पायलट भ्रमित होकर बीजेपी के जाल में फंस गए और कांग्रेस सरकार गिराने में लग गए. पिछले 72 घंटे से कांग्रेस आलाकमान ने सचिन पायलट और अन्य नेताओं से संपर्क करने की कोशिश की. कांग्रेस की ओर से लगातार सचिन पायलट को मनाने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने लगातार हर बात को नकारा.
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सचिन पायलट भ्रमित होकर बीजेपी के जाल में फंस गए और कांग्रेस सरकार गिराने में लग गए. पिछले 72 घंटे से कांग्रेस आलाकमान ने सचिन पायलट और अन्य नेताओं से संपर्क करने की कोशिश की. कांग्रेस की ओर से लगातार सचिन पायलट को मनाने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने लगातार हर बात को नकारा.
भारतीय जनता पार्टी की ओर से अब सचिन पायलट को ऑफर
भारतीय जनता पार्टी की ओर से अब सचिन पायलट को ऑफर दिया गया है. ओम माथुर का कहना है कि सचिन पायलट अगर बीजेपी में आते हैं तो उनका स्वागत है. वहीं राजस्थान में बीजेपी की ओर से अभी वेट एंड वॉच की स्थिति बरती है और फ्लोर टेस्ट की तुरंत मांग से इनकार किया है.
कांग्रेस अब विधायक दल की बैठक में नहीं शामिल हुए विधायकों को नोटिस भेजने की तैयारी में है. पार्टी की ओर से बार-बार विधायकों को चेतावनी दी गई थी, लेकिन कोई भी शामिल नहीं हुआ. कांग्रेस की ओर से कहा जा रहा है कि उन्होंने सचिन पायलट से बात करने की कोशिश की है. लेकिन वो बैठक में शामिल नहीं हो रहे हैं, ऐसे में अब बातचीत के रास्ते बंद होते हुए दिख रहे हैं.