कमाई का शॉर्टकट युवाओं को अंधकार में ढकेल रहा है. इसका जीता-जागता उदाहरण ‘सेक्सटॉर्शन’ के बढ़ते मामले हैं. दिल्ली पुलिस ने 22 साल के एक युवक को गिरफ्तार कर ‘सेक्सटॉर्शन’ के चौंका देने वाले मामले का खुलासा किया है.
आरोपी अब तक कई लोगों को ठगी का शिकार बना चुका है. उसने लोगों की इज्जत से खिलवाड़ कर लाखों रुपये कमाए. आइये आपको बताते हैं इस युवा अपराधी की दंग कर देने वाली क्राइम हिस्ट्री के बारे में.
दिल्ली पुलिस ने एक ‘सेक्सटॉर्शन’ गिरोह का भंडाफोड़ किया है और निजी बातचीत एवं वीडियो सोशल मीडिया पर साझा करने की धमकी देकर कई लोगों से सात लाख रुपये की उगाही करने के आरोप में 22 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने सोमवार को बताया कि शाहदरा निवासी 27 वर्षीय व्यक्ति ने आरोप लगाया कि मार्च में उसे एक अज्ञात नंबर से व्हाट्सऐप पर वीडियो कॉल आया. उन्होंने कहा कि कॉल उठाने पर, उसने एक महिला को अश्लील हरकत करते देखा.
पुलिस ने कहा कि इस शख्स को कुछ लोगों की ओर से उगाही के लिए फोन आने लगे और उन्होंने खुद को दिल्ली पुलिस का अधिकारी बताया था. उन्होंने धमकी दी कि अगर उन्हें पैसा नहीं दिया गया तो वे शिकायतकर्ता की निजी तस्वीरों को ऑनलाइन साझा कर देंगे.
इसके बाद पीड़ित ने अलग-अलग बैंक खातों में कुल दो लाख रुपये स्थानांतरित किए. शाहदरा के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) रोहित मीणा ने कहा कि कॉल रिकॉर्ड और बैंक विवरण का पता लगाने के बाद, पुलिस ने राजस्थान के भरतपुर में छापा मारा और मुख्य आरोपी वसीम को गिरफ्तार कर लिया.
पूछताछ के दौरान, वसीम ने कहा कि उसके गिरोह के सदस्य लोगों को व्हाट्सऐप पर कॉल करते थे और दूसरे फोन पर अश्लील वीडियो चलाते थे. डीसीपी ने कहा कि फिर वे उस कॉल का स्क्रीनशॉट ले लेते थे जिसमें दिख रहा होता था कि पीड़ित दूसरी तरफ चलाए जा रहे वीडियो को देख रहा है और बाद में उसी स्क्रीनशॉट से उन्हें परेशान करते थे.
उन्होंने कहा कि आरोपियों ने पश्चिम बंगाल से सिम कार्ड और मोबाइल फोन खरीदे थे. पुलिस ने कहा कि मेवात स्थित साइबर अपराधियों के खिलाफ जारी अभियान के तहत इस साल यह 12वीं गिरफ्तारी है.