विष्णु नागर का व्यंग्य: कहानी लोकतंत्र के राजा की, CBI-ED, सब वही, देश वही…!
वह था तो नहीं राजा मगर खुद को राजा या रानी समझने से किसी को कौन रोक सका है? हमारे यहां तो घर -घर में राजा-रानी प्रतिष्ठित हैं। आज तक किसी पति ने अपनी पत्नी को या किसी पत्नी ने पति को राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री कहा? अब तो माननीय प्रधानमंत्री जी ने…