भोपाल । अलग-अलग स्थानों पर दो मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। हवाओं का रुख भी अभी पश्चिमी बना हुआ है। हवाओं के साथ अरब सागर से आ रही नमी के कारण प्रदेश में आंशिक बादल बने हुए हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक शुक्रवार-शनिवार को भोपाल, नर्मदापुरम, उज्जैन, इंदौर, ग्वालियर, चंबल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ वर्षा हो सकती है। उधर दक्षिण-पश्चिम मानसून के 25 जून के आसपास राजधानी में दस्तक देने की संभावना है। पिछले 24 घंटों के दौरान शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे तक ग्वालियर में 1.8, भोपाल में 0.4 मिलीमीटर वर्षा हुई।
मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी एसएन साहू ने बताया कि वर्तमान में छत्तीसगढ़ और उससे लगे ओडिशा पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तराखंड पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। वर्तमान में हवा का रुख भी पश्चिमी बना हुआ है।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अरब सागर में बना भीषण समुद्री तूफान काफी मंद गति से उत्तरी अरब सागर की तरफ बढ़ रहा है। हवाओं का रुख पश्चिमी बना हुआ है। इस वजह से अरब सागर से नमी मिल रही है। हवा की रफ्तार भी लभगग 30 किलोमीटर प्रति घंटा बनी हुई है। इस वजह से अधिकतम तापमान में कुछ गिरावट हो सकती है। राजधानी में दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे रह सकता है। शुक्रवार को शाम के समय गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं हल्की बौछारें भी पड़ सकती हैं। राजधानी में अमूमन मानसून 20 जून के आसपास दस्तक देता है, लेकिन इस बाद मानसून एक सप्ताह की देरी से केरल पहुंचा है। इस वजह से मानसून के भोपाल में 25 जून के आसपास पहुंचने की संभावना है।