राज्य शासन ने योजनाओं की जानकारी देने सहित पात्र लोगों के आवेदन लेकर उन्हें लाभ दिलाने के उद्देश्य से 5 से 25 फरवरी तक विकास यात्रा निकाली। अब निकायों की ओर से इस यात्रा के खर्चों के बिल पेश किए जा रहे हैं जिसमें चौंकाने वाली जानकारी सामने आ रही है। ऐसा ही बिल नागौद नगर परिषद का सामने आया है जिसमें जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के लिए नाश्ता, कॉफी, भोजन का भी व्यय शामिल है, जबकि नगरीय निकायों के लिए विकास यात्रा की 11 बिन्दु की जो गाइडलाइन शासन से भेजी गई थी उसमें भोजन आदि का कोई उल्लेख नहीं था। न ही जिले के सबसे बड़े नगरीय निकाय नगर निगम सतना में ऐसा कुछ किया गया। नगर परिषद नागौद में एक दिन की विकास यात्रा निकाली गई थी। इसमें 1.70 लाख का व्यय दिखाया गया है। जनप्रनिधियों-अधिकारियों की भोजन और किराने का व्यय 3770 रुपए, सब्जी का व्यय 1000 रुपए दिखाया गया है। 5 स्थानों पर टेंट का व्यय 66 हजार रुपए, माइक एवं साउंड 15 हजार, मुनादी संपूर्ण नागौद नगर में 1600 रुपए, रथ चालक का भोजन 450 रुपए, विकास यात्रा रथ का डीजल 1844 रुपए, कार्ड लिफाफा और होर्डिंग का व्यय 28090 रुपए, स्वल्पाहार जनप्रतिनिधियों, अधिकारी और हितग्राहियों को 23945, फूल माला बुके 6700 रुपए, कॉफी जनप्रतिनिधि, अधिकारी और हितग्राही के लिए 10250 रुपए, कन्या पूजन के लिए फल टोकरी 3750, व्यवस्था में लगे वाहन का किराया 1500 रुपए, पेयजल पर 6500 रुपए खर्च होना दिखाया गया है।
रथ चालक का भी भोजन व्यय दिखाया
विकास यात्रा के लिए जिला स्तर से विकास यात्रा रथ के टेंडर निकाल कर काम दिया गया था। इसमें निकायों को सिर्फ वाहन का डीजल और उसमें उपयोग किए जा रहे जनरेटर के ईंधन की राशि देनी थी। लेकिन चालक का भोजन शामिल नहीं था। नागौद नगर परिषद ने इसे भी व्यय में शामिल किया है। व्यवस्था में लगे वाहन का भी कोई प्रावधान नहीं था, लेकिन इसका भी बिल दिखाया गया है।