आम आदमी पार्टी (AAP) ने मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव का शंखनाद कर दिया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को भोपाल के भेल दशहरा मैदान पर आयोजित सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा- मध्यप्रदेश में सरकारें बेची और खरीदी जाती हैं। यहां MLA की खरीदी-बिक्री पर डिस्काउंट भी मिलता है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली-पंजाब में हमारी सरकार ने बिजली, इलाज और स्कूल में शिक्षा मुफ्त कर दी है। मध्यप्रदेश में भी एक मौका दीजिए, यहां भी सब मुफ्त कर देंगे। उन्होंने कहा- काम न करूं, तो दोबारा वोट मांगने नहीं आऊंगा। देश का प्रधानमंत्री पढ़ा-लिखा होना जरूरी है, नहीं तो कोई भी उन्हें बेवकूफ बना देगा। मंच पर माइक थामते ही केजरीवाल ने कार्यकर्ताओं को ‘आई लव यू टू’ कहकर बात शुरू की। सभा को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी संबोधित किया। केजरीवाल ने स्टेट हैंगर पर मीडिया के एक सवाल पर कहा कि आम आदमी पार्टी मध्यप्रदेश में सभी 230 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
प्रधानमंत्री पढ़े-लिखे होते, तो शिक्षा का महत्व पता होता
केजरीवाल ने कहा– प्रधानमंत्री जी ने मनीष सिसोदिया को जेल भेज दिया। उस दिन मुझे लगा कि देश का प्रधानमंत्री पढ़ा-लिखा तो होना चाहिए। अगर पीएम पढ़े लिखे होते, तो उन्हें शिक्षा का महत्व पता होता। अगर पीएम देश भक्त होते, तो वो ये नहीं सोचते कि मनीष किस पार्टी का है।
कम पढ़े-लिखे पीएम ने नोटबंदी कर दी, लेकिन भ्रष्टाचार खत्म नहीं हुआ। नोटबंदी से पूरा देश चौपट हो गया। लाइनों में लोग मर गए। फिर भी न आतंकवाद खत्म हुआ और न भ्रष्टाचार। पीएम ने कहा- थाली बजवाओ, तरंगों से कोरोना भाग जाएगा। इसीलिए मैं कह रहा हूं- देश का पीएम पढ़ा-लिखा होना जरूरी है।
MP का हर आदमी ‘मामा’ को हटाना चाहता है
दिल्ली के सीएम ने कहा- कुछ दिन पहले मप्र के कुछ लोग मुझसे मिलने आए। मैंने पूछा- मप्र की सबसे बड़ी समस्या क्या है? मंहगाई, बेरोजगारी या भ्रष्टाचार? किसी ने कहा कि प्रदेश में सबसे बड़ी समस्या ‘मामा’ (शिवराज सिंह चौहान) है। वहीं, एक ने कहा- हमारे यहां सरकारें खरीदी और बेची जाती हैं। आज प्रदेश का हर नागरिक बेबस है। चुनाव खत्म होने के बाद एक पार्टी अपनी रेहड़ी लेकर निकलती है- एमएलए ले लो.. 10 पर एक डिस्काउंट मिलेगा। इन लोगों ने लोकतंत्र और संविधान को बाजार बना दिया। एमपी का हर नागरिक मामा (मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान) को हटाना चाहता है। पिछली बार हटा दिया था, लेकिन इसको वोट दो या उसको। सरकार तो भाजपा की ही बनेगी।
अब आम आदमी पार्टी मप्र के अंदर आ गई है। पूरा प्रदेश बदलाव चाहता है। अब आपको ईमानदार पार्टी का विकल्प मिल गया है। जैसे- दिल्ली को बदला, वैसे ही मप्र को बदलेंगे। ट्रेलर मिल गया। सिंगरौली में रानी अग्रवाल मेयर बन गईं। विधानसभा चुनाव में पूरी फिल्म दिखाएंगे।
कांग्रेस-भाजपा ने एमपी को बारी-बारी लूटा
दिल्ली के मुख्यमंत्री बोले– आजादी के बाद आज तक 45 साल कांग्रेस ने राज किया। 20 साल बीजेपी ने राज किया। आपने मौका देने में कसर नहीं छोड़ी। कुछ करना होता तो कर देते, लेकिन इन्होंने बारी-बारी से लूटा। इस बार एक मौका आम आदमी पार्टी को देकर देख लो। अगर काम न करूं, तो दूसरी बार वोट मांगने नहीं आऊंगा। दिल्ली में बिजली मुफ्त कर दी। मप्र मौका दे, तो यहां भी बिजली मुफ्त कर देंगे। आपके बच्चों का भविष्य बना दूंगा। सबका इलाज मुफ्त कर दूंगा। नौकरी का इंतजाम कर दूंगा। हमें नौकरी देना आता है। पंजाब में जितने कच्चे कर्मचारी थे, सबको पक्का कर दिया। एमपी में भी कर्मचारियों को पक्का करेंगे।
बीजेपी कहती है भ्रष्टाचार करो, लेकिन हमारी पार्टी में आकर
केजरीवाल ने कहा– एमपी में व्यापमं घोटाला आजाद भारत का सबसे बड़ा घोटाला होगा। 45 लोग मर गए। पीएम ने किसी को जेल नहीं भेजा, क्योंकि सभी अपने थे। यहां महिला बाल विकास विभाग में 107 करोड़ का घोटाला हो गया। कटनी में 2200 करोड़ का हवाला कांड हुआ।
पुरानी फिल्मों में एक गुंडा होता था। एक ईमानदार इंस्पेक्टर को कब्जे में करने की कोशिश करता था। फिर गुंडा बुलाकर बंदूक और पैसे दिखाता था। बीजेपी भी वही कर रही है। बीजेपी कहती है- खूब भ्रष्टाचार करो, लेकिन बीजेपी में आकर। वे कहते हैं कि बीजेपी में आ जाओ या जेल जाओ। मप्र में ‘आप’ की सरकार जरूर बनेगी, लेकिन मेहनत करनी पड़ेगी। एक-एक घर में जाकर समझाना पड़ेगा। जनता को साथ लेना पड़ेगा। हमारे पास पैसा भले न हो।
हम शेर की मांद गुजरात में भी 14% वोट ले आए
केजरीवाल ने कहा– इन्होंने मुझे रोकने के लिए षड्यंत्र की राजनीति की। हम दिल्ली से पंजाब पहुंच गए। शेर की मांद गुजरात में 14 % वोट ले लिए। उन्होंने दावा कि 2027 में गुजरात में सरकार बनेगी। इन्होंने मेरे ऊपर खूब कीचड़ फेंका, लेकिन जनता कह रही है कि अच्छे स्कूल, कॉलेज अस्पताल भ्रष्टाचारी बनाता है क्या? फिर इन्होंने मेरे दो सबसे अच्छे मंत्री गिरफ्तार करवा दिए। सत्येन्द्र जैन ने दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक बनाए। मनीष सिसोदिया ने अच्छे स्कूल बनाए। दिल्ली-पंजाब को छोड़ दो, तो पूरे देश में सरकारी अस्पतालों की दुर्दशा हो रही है। 18 करोड़ बच्चों का भविष्य खतरे में हैं।