MP: अस्पतालों में संसाधनों की कमी, नए संक्रमितों को भर्ती नहीं कर रहे

 

 

पटना: बिहार में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर बड़ी तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रही है. रोजाना हजारों नए मामले सामने आ रहे हैं. मरीजों के इलाज में लगे डॉक्टर भी संक्रमित हो रहे हैं. कोरोना का कहर कोरोना योद्धाओं पर जारी है. मिली जानकारी अनुसार पटना एम्स के 384 डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ कोरोना संक्रमित हो गए हैं. एआईआईएमएस डायरेक्टर ने खुद इस बात पुष्टि की है.
फिलहाल, इनमें से कुछ ठीक भी हुए हैं. लेकिन कई अब भी संक्रमण की चपेट में हैं.

 

मरीजों को इलाज पर पड़ रहा असर

 

मिली जानकारी अनुसार पटना एम्स में फिलहाल 14 फैकल्टी, 30 रेजीडेंट समेत 90 स्टाफ कोरोना संक्रमित हैं. कोविड डेडिकेटेड अस्पताल के इतने कर्मियों के संक्रमित होने की वजह से एम्स के ओपीडी और कोविड वार्ड में भर्ती मरीजों के इलाज पर असर पड़ रहा है.

 

अन्य कोविड डेडिकेटेड अस्पताल के कर्मी भी संक्रमित

 

बता दें कि केवल एम्स ही नहीं पटना के अन्य कोविड डेडिकेटेड अस्पताल पीएमसीएच, एनएमसीएच, आईजीआईएमएस और आईजीआईसी के कई डॉक्टर और स्टाफ भी कोरोना संक्रमित हो गए हैं. मिली जानकारी अनुसार पीएमसीएच के प्रिंसिपल समेत 30 डॉक्टर और 49 स्टाफ कोरोना संक्रमित हैं. जबकि आईजीआईसी के 8 डॉक्टर, एनएमसीएच में 40 डॉक्टर और स्टाफ और आईजीआईएमएस में 22 डॉक्टर और 50 नर्सिंग स्टाफ कोरोना संक्रमित हैं.

 

मिली जानकारी अनुसार एनएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी लैब के एक डॉक्टर समेत आधा दर्जन टेक्नीशियन और डाटा ऑपरेटर भी कोरोना पॉजिटिव हैं. डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ के इतनी बड़ी संख्या में संक्रमित होने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की चिंता बढ़ गई है.

 

पिछले 24 घंटे में सामने आए 12,222 नए मामले

 

गौरतलब है कि बिहार में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर कहर बरपा रही है. पिछले 24 की घंटे में बिहार में कुल 12,222 नए मामले सामने आए हैं. ऐसे में राज्य में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 63,746 हो गई है. पटना, गया, सारण, मुजफ्फरपुर और भागलपुर इन पांच जिलों में संक्रमण तेजी से पांव पसार रहा है.

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