भिंड। प्रदेश में सियासी उठापटक के बीच शनिवार की शाम अचानक भिंड पुलिस ने अटेर से भाजपा विधायक अरविंद भदौरिया की खोज शुरू कर दी है। इसके लिए न सिर्फ उनके घर पर दबिश दी गई। बल्कि उनके बड़े भाई देवेंद्र सिंह भदौरिया को बुलाकर उनके संबंध में पूछताछ की गई। यह पूछताछ शहर कोतवाली परिसर में स्थित भिंड सीएसपी आनंद राय के चैंबर में हुई।
अटेर विधायक अरविंद सिंह भदौरिया पिछले कुछ समय से गायब बताए जा रहे हैं, जिससे कमलनाथ सरकार की धड़कनें बढ़ी हुई हैं। प्रदेश में चल रहे सियासी ड्रामे के बीच बताया जा रहा है कि अटेर विधायक भदौरिया कांग्रेस के कुछ विधायकों को अपने साथ लिए हुए हैं। ऐसे में उनकी सही लोकेशन पता करने के लिए भिंड पुलिस ने अचानक शनिवार की शाम मीरा कॉलोनी स्थित उनके आवास पर दबिश दी। जहां विधायक और उनके भाई देवेंद्र नहीं मिले। ऐसे में सीएसपी आनंद राय ने उन्हें फोन लगाया। देवेंद्र भदौरिया ने बताया कि वे बाजार में खरीदारी कर रहे हैं। तभी सीएसपी राय ने उन्हें अपने दफ्तर में आने के लिए कहा। कुछ देर बाद विधायक के बड़े भाई देवेंद्र सिंह सीएसपी के चैंबर में पहुंचे। करीब 30 मिनट बंद कमरे में उनसे विधायक अरविंद सिंह भदौरिया की लोकेशन के संबंध में पूछताछ हुई।
सीएसपी को बयान देकर आए तो टीआई ने बुलाया, जताई आपत्ति
अटेर विधायक भदौरिया के बड़े भाई देवेंद्र सिंह के सीएसपी दफ्तर से निकलकर घर पहुंचने से पहले ही अटेर टीआई रेखा पाल ने उन्हें बयान दर्ज कराने के लिए फोन किया। इस पर देवेंद्र सिंह ने कहा कि वे अभी सीएसपी को बयान देकर आए हैं, अब आप क्यों बुला रही है। हालांकि बाद में देवेंद्र सिंह उनसे भी बातचीत करने पहुंचे। यहां बता दें कि देवेंद्र सिंह शासकीय कर्मचारी हैं और उनके खिलाफ कोई भी अपराध भी पंजीबद्ध नहीं है।
दबाव बना रही कमलनाथ सरकार
इस मामले में अटेर विधायक अरविंद सिंह भदौरिया ने कहा कि मेरे स्वयं और पूरे परिवार के किसी व्यक्ति पर कोई केस दर्ज नहीं है। ऐसे में कमलनाथ सरकार उन पर दबाव बनाने का प्रयास कर रही है। लेकिन वे डरने वालों में से नहीं है, बल्कि संघर्ष करने वालों में हैं। उन्होंने कहा कि हमारी भी 15 साल सरकार रही। लेकिन किसी विधायक के यहां पुलिस नहीं भेजी गई। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दो लाख लोगों द्वारा चुने हुए निर्दोष व्यक्ति के घर पुलिस भेजकर उनका अपमान किया है। नरोत्तम मिश्रा, संजय पाठक पर भी इस तरह से दबाव बनाया जा रहा है।