JEE Mains Result: AIR 5000 से कम रहने पर मिलेगा टॉप पांच ब्रांच,
जानिए कितने पर्सेंटाइल पर मिलेगा एनआइटी पटना
जेइइ मेन दोनों सत्र मिला कर उच्चतम स्कोर के आधार पर ऑल इंडिया रैंक जारी कर दिया है. इसी रैंक के आधार पर एनआइटी व अन्य संस्थानों में एडमिशन मिलेगा. रैंक के आधार पर मिलने वाले एनआइटीज, ट्रिपल आइटी एवं जीएफटीआइ को लेकर उत्सुक हैं.
कैटेगिरी अनुसार सामान्य, ओबीसी, इडब्ल्यूएस, एससी-एसटी के विद्यार्थियों को अलग-अलग पर्सेंटाइल पर अलग-अलग कॉलेज में विभिन्न डिपार्टमेंट के सीटें आवंटित हो सकती है.
AIR 5000 से कम रहने पर मिलेगा टॉप पांच ब्रांच
एलन कैरियर इंस्टीट्यूट के कैरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि स्टूडेंट्स जिनकी एआइआर 5 हजार से कम रहेगी उन्हें टॉप 5 एनआइटी त्रिचि, वारंगल, सूरतकल, इलाहाबाद, जयपुर ट्रिपल आइटी इलाहाबाद की कोर ब्रांच मिलने की संभावना होगी. स्टूडेंट्स जिनकी ऑल इंडिया रैंक 5 से 10 हजार के मध्य रहेगी, उन्हें उपरोक्त टॉप 5 एनआइटी की अन्य ब्रांचों के अतिरिक्त कालीकट, सूरत, नागपुर, भोपाल, कुरूक्षेत्र, राउरकेला जैसे एनआइटी में कोर ब्रांच मिलने की संभावना है.
AIR 10 से 20 हजार
ऐसे स्टूडेंट्स जिनकी एआइआर 10 से 20 हजार के मध्य आने की संभावना है, उन्हें जालंधर, जमशेदपुर, दिल्ली, गोवा, अगरतला, हमीरपुर, दुर्गापुर जैसे एनआईटी में कोर ब्रांच के साथ-साथ ट्रिपल आइटी ग्वालियर, जबलपुर, गुवाहाटी,लखनऊ, पेक चंडीगढ़, बिट्स मिसरा आइआइइएसटी शिवपुर, जेएनयू, हैदराबाद यूनिवर्सिटी में कोर ब्रांच मिलने की संभावना रहेगी.
AIR 20 से 30 हजार
स्टूडेंट्स जिनकी ऑल इंडिया रैंक 20 से 30 हजार के मध्य रहती है उन्हें टॉप 10 एनआइटी की अन्य ब्रांचों के अतिरिक्त पटना, रायपुर, सिल्चर, उत्तराखंड, श्रीनगर, आंध्रप्रदेश, अरूणाचल प्रदेश जैसे एनआइटी की कोर ब्रांचों के साथ-साथ नये ट्रिपलआइटी जैसे तिरछी, नागपुर, पूणे, सूरत, भोपाल, वडोदरा, रांची, आदि मिलने की संभावनाएं बन सकती है.
AIR 30 से 60 हजार
30 से 60 हजार ऑल इंडिया रैंक वाले स्टूडेंट्स को टॉप 20 एनआइटी की कोर ब्रांचों के अलावा अन्य ब्रांचों व नॉर्थ इस्ट के एनआइटी जैसे सिक्किम, मणिपुर, मेघालय, नागालैंड, मिजोरम में कोर ब्रांचों के साथ साथ नए ट्रिपलआइटी रांची, धारवाड़ ,कल्याणी, कुर्नूल, चित्तूर ,नया रायपुर, मणिपुर ऊना, कोटयम व जीएफटीआइ में प्रवेश मिलने की संभावना बन सकती है. यह दी गयी एआइआर पर कॉलेज मिलने की संभावनाएं कैटेगिरी अनुसार सामान्य, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस, एससी-एसटी के विद्यार्थियों के लिए बदल सकती है.
एनटीए स्कोर में टाइ लगने के बाद एआइआर निर्धारण के नौ मापदंड होंगे लागू
इस वर्ष पहली बार स्टूडेंट्स के हायर एनटीए स्कोर में टाइ लगने पर रैंक के निर्धारण के लिए 9 मापदंड निर्धारित किये गये हैं, जिसमें यदि दो स्टूडेंट्स के टोटल एनटीए स्कोर समान आते हैं तो ऑल इंडिया रैंक निर्धारण में सर्वप्रथम मैथेमेटिक्स का एनटीए स्कोर देखा जाता है. यह समान होने पर फिजिक्स, इसके बाद कैमेस्ट्री का एनटीए स्कोर, फिर सही और गलत उत्तरों की संख्या का अनुपात देखा जाता है. इस स्थिति में टाइ लगने पर विषयवार मैथेमेटिक्स के सही व गलत उत्तरों की संख्या का अनुपात, यहां भी टाइ लगने पर फिजिक्स के सही और गलत उत्तरों की संख्या का अनुपात, उसमें टाइ लगने पर कैमेस्ट्री के सही एवं गलत उत्तरों की संख्या का अनुपात देखा जाता है. उपरोक्त सभी मापदण्डों में भी टाइ लगने की स्थिति में जिस स्टूडेंट की आयु ज्यादा होगी, उसे ऑल इंडिया रैंक में प्राथमिकता दी जाती है. आयु के मापदंड के स्तर पर ही भी यदि टाइ की स्थिति बनती है आवेदन क्रमांक के आरोही क्रम को प्राथमिकता देते हैं.
5. 96 से 98 पर्सेंटाइल पर मिलेगा एनआइटी पटना
96 से 98 पर्सेंटाइल स्कोर होने पर टॉप 20 एनआइटी की कोर ब्रांचों के अतिरिक्त अन्य ब्रांचेज एवं शेष एनआइटी जिसमें नोर्थईस्ट के एनआइटी के साथ-साथ पटना, रायपुर, अगरतला, श्रीनगर, सिल्चर, उत्तराखंड एनआइटी एवं बिट्स मेसरा, पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज चंडीगढ़, जेएनयू, हैदराबाद यूनिवर्सिटी जैसे संस्थानों में प्रवेश मिल सकता है. साथ ही विद्यार्थियों को नये ट्रिपलआइटी डोदरा, पुणे, सोनीपत, सूरत, नागपुर, भोपाल, तिरछी, रायचूर, कांचीपुरम, रांची, धारवाड़, अगरतला, कल्याणी की कोर ब्रांचेंज मिलने की संभावना रहेगी. 96 से 94 पर्सेंटाइल स्कोर होने पर टॉप 25 से 31 एनआइटी की कोर ब्रांचों के अतिरिक्त अन्य ब्रांचें एवं जीएफटीआइ में प्रवेश मिलने की संभावनाएं बन