कोरोना से देश में अब तक करीब 500 लोग कोरोना वायरस से पॉजिटिव पाए गए हैं. 10 लोगों की मौत हो चुकी है. कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र और केरल हैं. महाराष्ट्र में अब तक 97 और केरल में 95 केस सामने आए हैं. कोरोना की वजह से 30 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लॉकडाउन घोषित कर दिया गया है. कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा खतरा बुजुर्गों को है. ऐसे समय में बच्चों का भी काफी ध्यान रखने की जरूरत है. बुजुर्गों और बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है ऐसे में यह वायरस उन्हें आसानी से शिकार बनाता है. आइए जानते हैं कि आखिर कैसे कोरोना वायरस से बच्चों और बुजुर्गों का बचाव किया जा सकता है.
> बच्चों और बुजुर्गों को घर से बाहर न निकलने दें. यदि किसी कारणवश उन्हें बाहर जाना भी पड़ रहा है तो मुंह को मास्क से अच्छी तरह कवर करें.
> बच्चों और बुजुर्गों को बार-बार हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने की सलाह दें. इसके अलावा घर या बाहर किसी भी चीज को छूने के बाद अच्छे से हाथ धुलवाएं.
> यदि घर में कोई पीड़ित व्यक्ति है तो बच्चों और बुजुर्गों को उनसे दूर रखें. अंजान व्यक्ति से तकरीबन 3 से 6 फीट की दूरी बनाए रखें.
> बच्चों और बुजुर्गों के नाखून बिल्कुल न बढ़ने दें . ऐसी जगहों पर कीटाणु-बैक्टीरिया बड़ी आसानी से जगह बना लेते हैं.
> बच्चों और बुजुर्गों को सार्वजनिक स्थलों या ज्यादा भीड़ वाली जगहों पर न ले जाएं. इससे वायरस की चपेट में आने का खतरा काफी बढ़ जाता है.
> घर की वो चीजों जिन पर आप बार-बार हाथ लगाते हैं, उन्हें समय-समय पर सैनिटाइज करते रहें.
>. कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए अपने बच्चों और बुजुर्गों को सामान्य हाइजीन की आदतों के बारे में बताएं.
>. बच्चों और बुजुर्गों के इम्यून सिस्टम को दुरुस्त रखने के लिए उनकी डाइट में पौष्टिक आहार शामिल करें. कच्चा मांस या कच्ची हरी सब्जियां देने से परहेज करें.
>. घर में लॉकडाउन रहते हुए किसी भी बाहरी व्यक्ति को घर में दाखिल न होने दें. साथ ही रिश्तेदारों या दोस्तों के घर जानें से भी बचें.
> कोरोना वायरस के बारे में बच्चों और बुजुर्गों समेत घर के अन्य सदस्यों को जागरूक करें और उन्हें मुंह पर मास्क पहनने और हाथ धोने जैसी बातें बताएं.