जबलपुर: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह के खिलाफ शनिवार को जबलपुर में मानहानि के मुकदमे में कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील विवेक तन्खा अपने बयान जिला अदालत में दर्ज करवा दिए है.
विवेक तन्खा की पैरवी करने जबलपुर जिला न्यायालय में वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल पहुंच थे.
दरअसल पंचायत चुनाव के समय ओबीसी आरक्षण के मामले में सुप्रीम कोर्ट में एक केस चल रहा था. इस केस के बाद राज्य की शिवराज सरकार पंचायत चुनाव में अन्य पिछड़ा वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण नहीं दे पाई थी. यानी प्रदेश सरकार सुप्रीम कोर्ट में मुकदमा हार गई थी. तब मध्यप्रदेश के इन तीनों दिग्गज नेताओं ने हार के लिए विवेक तन्खा को जिम्मेदार माना था और चुनावी भाषाओं के दौरान उनपर आरोप लगाए थे.
मेरे साथ न्याय हो
वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने विवेक तंखा की ओर से न्यायालय में पैरवी की. इस दौरान राज्यसभा सदस्य विवेक तंखा ने कहा मेरे साथ गलत हुआ है. इसी वजह से मैं न्यायालय में आया हूं ,मेरे साथ न्याय होना चाहिए.
10 करोड़ का मानहानि
तब विवेक तन्खा ने इन आरोपों को गलत बताते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, वीडी शर्मा, और भूपेंद्र सिंह को माफी मांगने के लिए लीगल नोटिस भेजा था. लेकिन जब इन लोगों ने बयान वापस नहीं लिया तो तीनों नेताओं के खिलाफ जबलपुर जिला अदालत में 10 करोड़ रुपये का मानहानि दावा पेश किया है.
कपिल सिब्बल पहुंचे जबलपुर
विवेक तन्खा की पैरवी करने वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल जबलपुर जिला न्यायालय पहुंच गए है. सीएम शिवराज सिंह,बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और मंत्री भूपेन्द्र सिंह के ख़िलाफ़ 10 करोड़ की मानहानि का मामले में न्यायालय में सुनवाई शुरू हो गई है. बता दें कि कपिल सिब्बल इस मामले को लेकर काफी गंभीर है. वहीं आज जबलपुर के जिला कोर्ट के वकीलों को भी कपिल सिब्बल संबोधित करेंगे. इसके लिए जिला बार ने तैयारियां भी की है