चैत्र शुक्ल पक्ष में *कामदा* नाम की एकादशी होती है।

_*आज कामदा एकादशी हैं।*_       चैत्र शुक्ल पक्ष में *कामदा* नाम की एकादशी होती है। कहा गया है कि ‘कामदा एकादशी’ ब्रह्महत्या आदि पापों तथा पिशाचत्व आदि दोषों…

प्रभु श्री राम की गाथा हमें स्वार्थी नहीं परमार्थी बनाती हैं

  राम कथा मानवता का विद्यालय है। अपने लिये जीने की शिक्षा तो हमें किसी भी विद्यालय से प्राप्त हो जायेगी मगर दूसरों के लिये जीवन जीने की प्रेरणा हमें…

कामदा एकादशी: हिंदू धर्म में एकादशी की विशेष धार्मिक मान्यता होती है। चैत्र माह में कामदा एकादशी का व्रत रखा जाता है

कामदा एकादशी आज   हिंदू धर्म में एकादशी की विशेष धार्मिक मान्यता होती है। चैत्र माह में कामदा एकादशी का व्रत रखा जाता है। माना जाता है कि कामदा एकादशी…

देवीय शक्ति से साक्षात्कार कराते मंत्र

  मंत्रों का प्रयोग मानव ने अपने कल्याण के साथ-साथ दैनिक जीवन की संपूर्ण समस्याओं के समाधान हेतु यथासमय किया है और उसमें सफलता भी पाई है, परंतु आज के…

_महादेव ने सिंहचर्म का वस्त्र क्यों धारण किया ?

      भगवान शिव स्वयं परब्रह्म हैं। इसलिए वे अपने वास्तविक स्वरुप में यानी नग्न रहना पसंद करते हैं। लेकिन उन्होंने श्रीहरि की विनती स्वीकार करके बाघंबर या सिंहचर्म…

हवन कुंड कितने प्रकार के होते हैं? कारण? वैज्ञानिक व तांत्रिक विश्लेषण

हवन कुंड कितने प्रकार के होते हैं? कारण? वैज्ञानिक व तांत्रिक विश्लेषण लेखिका: Sshivani Durga Occultist and Researcher   हवन कुंड के प्रकार:   हवन कुंड (अग्निकुंड) विभिन्न आकृतियों में…

देवी प्रत्यंगिरा: अथर्वण काली व अघोर लक्ष्मी का तांत्रिक और वैज्ञानिक स्वरूप

देवी प्रत्यंगिरा: अथर्वण काली व अघोर लक्ष्मी का तांत्रिक और वैज्ञानिक स्वरूप   लेखिका: डॉ. शिवानी दुर्गा (Occultist & Researcher)   देवी प्रत्यंगिरा एक रहस्यमयी, उग्र और अपराजिता देवी हैं,…

देवी की पूजा में ज्योति क्यों जगायी जाती है?

    बह् वृचोपनिषद् में कहा गया है *सृष्टि के आदि में एक देवी ही थी, उसने ही ब्रह्माण्ड उत्पन्न किया; उससे ही ब्रह्मा, विष्णु और रुद्र उत्पन्न हुए ।…

हिंदू धर्म में गणगौर व्रत का विशेष महत्व

गणगौर पूजन आज ****** हिंदू धर्म में गणगौर व्रत को विशेष महत्व दिया जाता है। यह व्रत चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है और…

नवरात्र का दूसरा दिवस माँ ब्रह्मचारिणी को समर्पित होता है

_*।। माँ ब्रह्मचारिणी ।।*_   नवरात्र का दूसरा दिवस माँ ब्रह्मचारिणी को समर्पित होता है। शक्ति ही जीवन और जगत का आधार है। शक्ति के बिना जीवन अधूरा और निष्प्राण…