_*भगवद्गीता के अलावा श्रीरामचरितमानस में तीन जगह मोह, विषाद को दूर करने के लिए गीता कही गई है।*_ लक्ष्मण जी के ज्ञान, गंभीरता और गुरुता की चर्चा कम देखने…
_ रामायण में कहां गया कि *रामो द्विर्नाभिभाषते।* अर्थात् राम दो बार नहीं बोलते" या "राम कभी दोहराकर नहीं बोलते"। राम दो प्रकार से बात नहीं करते। रामजी की…