ऋषि, मुनि, साधु और संन्यासी में अंतर क्या है , जानें

ऋषि वैदिक परंपरा से लिया गया शब्द है जिसे श्रुति ग्रंथों को दर्शन करने वाले लोगों के लिए प्रयोग किया गया है। दूसरे शब्दों में कहा जा सकता है वैसे…

वैदिक संस्कृति के षोडश संस्कारों का परिचय

#षोडश_संस्कारों_का_परिचय 1. #गर्भाधान_संस्कार स्वस्थ सुसंस्कृत युवक एवं युवती जो आयु परिपुष्ट हों सुमन, सुचित्त होकर परिवार हेतु सन्तान प्राप्ति के उद्देश्य से इस संस्कार को करते हैं। वैदिक संस्कृति में…

यहां स्थित है वह पवित्र भूमि जहाँ महा पुराण लिखे गये हैं,

    उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ से सीतापुर 92 किमी की दुरी पर स्थित है, यहीं है वह ऋषि और पवित्र भूमि जहाँ महा पुराण लिखे गये हैं, नाम है…

दिवाली के दिन करें ये उपाय बरसेगी लक्ष्मी माँ की कृपा

    हिंदू धर्म में कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को पड़ने वाले इस पर्व को बेहद धूम धाम से मनाया जाता है। बता दें इस बार…

दीपावली पर धन प्राप्ति हेतु अचूक मंत्र

💥दीपावली पर धन प्राप्ति हेतु अचूक मंत्र - आदिकाल से लक्ष्मी उपासना समाज के सभी वर्गों के द्वारा होती आई है। अर्थ, धर्म, काम, मोक्ष चारों पदार्थ मनुष्य के ध्येय…

दतिया का पीताम्बरा पीठ जहाँ विराजमान हैं माँ धूमावती और वगुलामुखी

पीताम्बरा_पीठ_दतिया ओरछा से 48किलोमीटर दूरी पर स्थित है ये शक्ति पीठ पीताम्बरा पीठ की स्थापना एक सिद्ध संत, जिन्हें लोग 'स्वामीजी महाराज' कहकर पुकारते थे, ने 1935 में दतिया के…

सलकनपुर में स्थित 1000 फीट ऊंची पहाड़ी पर विराजमान है माँ बिजासन देवी

भोपाल. MP के सीहोर जिले में है सलकनपुर नामक गांव। यहां स्थित 1000 फीट ऊंची पहाड़ी पर विराजमान है बिजासन देवी। यह देवी मां दुर्गा का अवतार हैं। देवी मां…

राम के बाद क्या हुआ/ वंशावली , जानें 

    राम के बाद क्या हुआ/ वंशावली , जानें ***************************★********* लव और कुश *******************-** भरत के दो पुत्र थे- तार्क्ष और पुष्कर। लक्ष्मण के पुत्र- चित्रांगद और चन्द्रकेतु और…

नवरात्र चैत्र मास 2021 :जानें शुभमुहूर्त और घटस्थापना का विधि-विधान

    नई दिल्ली: हिंदुओं का एक  नवरात्र का पर्व। ये नौ दिवसीय पर्व है, जिसमें नौ रातों में तीन देवियों - मां लक्ष्मी, मां सरस्वती और मां काली के नौ स्वरुपों…

काल भैरव को प्रसन्न करने के लिए करें ये काम एवं पढ़ें कवच

    कालाष्टमी आज और कल है. हालांकि उदया तिथि कल यानि कि 6 मार्च को है ऐसे में व्रत कल ही रखा जाएगा. कालाष्टमी के दिन भक्त भगवान काल…