मनुस्मृति पुरातन भारतीय सामाजिक व्यवस्था का शास्त्र हैं।

    मनुस्मृति को लेकर वे लोग बहुत अधिक बोल जाते हैं, जिन्होंने पढ़ना तो दूर उसे कभी देखा भी नहीं है। हम सब प्राय: प्रतिदिन ही देखते रहते हैं…

जप के प्रकार और कौन से जप से क्या होता है जानिए

जप के प्रकार और कौन से जप से क्या होता है जानिए जप के अनेक प्रकार हैं। उन सबको समझ लें तो एक जपयोग में ही सब साधन आ जाते…

पंचांग की गणना के मुताबिक 15 दिसंबर से 13 जनवरी तक खरमास रहेगा

  पंचांग की गणना के मुताबिक 15 दिसंबर से 13 जनवरी तक खरमास रहेगा। सूर्य की धनु संक्रांति आरंभ होगी। यानि सूर्य का धनु राशि में प्रवेश करना। सूर्य का…

श्रीमद्भगवद्गीता भगवान की दिव्यातिदिव्य वाणी है।

वेद, भगवान के नि:श्वास हैं और गीता भगवान की वाणी है | नि:श्वास तो स्वाभाविक होते हैं,पर गीता भगवान ने योग में स्थित होकर कही है | अत: वेदों की…

आखिर कैसे पड़ा बाबा का सियाराम नाम,कैसी रही दिनचर्या

    🔸संत सियाराम बाबा का प्रभु मिलन मोक्षदा एकादशी और गीता जयंती के महायोग में हुआ,यह संयोग बताता है आत्मा और महात्मा में अंतर ,,, 🔸खरगोन मप्र में संत…

सूर्य नारायण की पूजा से संसार का हर सुख प्राप्त होता है

सूर्य नारायण की पूजा से संसार का हर सुख प्राप्त होता है। पंच प्रमुख महाशक्तियों में भगवान सूर्य नारायण का महत्वपूर्ण स्थान है उनके बिना इस संसार में जीवन ही…

प्रभु श्री राम की गाथा हमें स्वार्थी नहीं परमार्थी बनाती हैं

  राम कथा मानवता का विद्यालय है। अपने लिये जीने की शिक्षा तो हमें किसी भी विद्यालय से प्राप्त हो जायेगी मगर दूसरों के लिये जीवन जीने की प्रेरणा हमें…

अवांछित लोगों को मंदिरों में प्रवेश क्यों नहीं करने देना चाहिए?

-------- यदि तुम किसी हिंदू मंदिर में गए हो तो वहां तुमने गर्भ—गृह का नाम सुना होगा। मंदिर के अंतरस्थ भाग को गर्भ कहते हैं। शायद तुमने ध्यान न दिया…

5 पवित्र कन्याओं का रहस्य

*#पंचकन्या_महारत्ने महापातक_नाशनम् *   #_5_पवित्र_कन्याओं_का_रहस्य   पुराणानुसार पांच स्त्रियां विवाहिता होने पर भी कन्याओं के समान ही पवित्र मानी गई है। अहिल्या, द्रौपदी, कुन्ती, तारा और मंदोदरी।   एक प्राचीन…

माँ सिध्दिदात्री:नवरात्र का नवम दिवस माता का नौवां स्वरूप

माँ दुर्गाजी की नवीं शक्ति का नाम सिध्दिदात्री है | ये सभी प्रकार की सिध्दियों को देने वाली है | मार्कन्डेयपुराण के अनुसार अणिमा, महिमा, गरिमा, लघिमा, प्राप्ति, प्राकाम्य, ईशित्व…