देश में बढ़ता हवाला कारोबार, कैसे लगे लगाम

बैंकिंग प्रणाली आने से पहले प्रचलित पैसे के लेनदेन - हवाला कारोबार के माध्यम से होता था. आज भी यह बैंकिंग प्रणाली से ज्यादा विश्वसनीय, कम खर्चीला, आसानी और समयबद्ध…

भाजपा के लिए जरूरी है कि याद रखे ठाकरे को

  दो बड़े सवाल हैं। भारतीय जनता पार्टी अपने पितृ-पुरुष कुशाभाऊ ठाकरे का केवल स्मरण कर रही है? या फिर उनका जन्म शताब्दी वर्ष वाकई नेताओं और कार्यकर्ताओं के लिए…

भूपेश बघेल ने हाईजेक किया एआईसीसी कार्यालय

*क्या अन्‍य प्रांतों की कहानी छत्तीसगढ़ में दोहराई जायेगी?* *कांग्रेस राज नहीं भूपेश राज होगा* *अपनी ताकत से राहुल, प्रियंका और कांग्रेस को झुकाया* *हाईकमान भूपेश को हटाकर बचा सकता…

इंदौर से बढ़ा गढ़ है धार,अवैध शराब की जमकर होती खरीद फ़रोख़्त, मोहल्ले,कॉलोनियां,ढाबों पर बेख़ौफ़ बिकती सस्ती शराब

  अमित त्रिवेदी : *जिस तरह से इंदौर में नकली शराब की वजह से 5 मदिरा प्रेमियो को अपनी जान गंवानी पड़ गयी।जिसे लेकर आबकारी विभाग की खानापूर्ति और जांच…

शेयर बाजार में बढ़ता खुदरा निवेशक- कितना सही और कितना फर्जी?

  जिस तेजी से खुदरा निवेशक शेयर बाजार में बढ़ रहे हैं, विरोधाभास बढ़ता ही जा रहा है क्योंकि अर्थव्यवस्था के कारक कुछ और ही दर्शाते हैं. आपको हैरानी होगी…

सत्र में विधानसभा में गूंजेगी ‘अलग विंध्य’ की मांग की आवाज

    विधायक नारायण त्रिपाठी ने  प्रधानमंत्री को पत्र लिख अलग विंध्य प्रदेश के पक्ष में दिया अटल-आडवाणी का हवाला विंध्य, महाकौशल और बुंदेलखंड के पिछड़ेपन के लिए कमजोर नेतृत्व…

क्या शिक्षा की नई नीति कारगर होगी इस क्षेत्र के बदलते स्वरूप पर?

आनलाइन शिक्षा और परीक्षा इस क्षेत्र के नए मापदंड के रूप में उभर रहे हैं और ऐसे में नई शिक्षा नीति में इसकी मान्यता, परीक्षा का स्वरूप और बच्चों का…

गंदे नाले में बदल गई है पत्रकारिता की पवित्र नदी

  कोड वर्ड में प्रसारित किये गए संदेशों का कोई तय स्वरूप नहीं होता है। वह मौखिक हो सकते हैं और लिखित भी। फिर सयाने तो मौन में छिपे शब्दों…

सरकार और आयकर विभाग रूपी गुरु को आयकर दाताओं रूपी शिष्यों का कोटि कोटि नमन

    जीवन में संघर्ष के बाद ही निखार आता है और सोना जितना तपता है, उतना ही चमकता है. मोदी सरकार देश को सोने की चिड़िया बनाना चाहती है…

धूप को बांधने चले तुगलक”

' -प्रियदर्शन, संपादक NDTV... जो लोग अरसे से 'दैनिक भास्कर' पढ़ते रहे हैं, वे पिछले कुछ महीनों से भास्कर में आए बदलावों को लेकर कुछ चकित थे. यह साफ़ नज़र…