राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा कल, 5 अक्टूबर को इंदौर में विशाल पथ संचलन का आयोजन किया जाएगा। संघ के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में हो रहे इस आयोजन में दो लाख से अधिक स्वयंसेवकों के शामिल होने की संभावना है। यह पथ संचलन शहर के 34 विभिन्न स्थानों से निकाला जाएगा, जिसमें समाज के हर वर्ग की भागीदारी सुनिश्चित करने का प्रयास किया गया है।
*अखिल भारतीय पदाधिकारी होंगे शामिल*
इस वर्ष के पथ संचलन की एक विशेष बात यह है कि इसमें संघ के अखिल भारतीय सह सरकार्यवाह अरुण कुमार भी शामिल होंगे। वे कनाडिया क्षेत्र से निकलने वाले पथ संचलन का हिस्सा बनेंगे। लंबे समय बाद अखिल भारतीय स्तर के किसी पदाधिकारी का इंदौर के विजयादशमी पथ संचलन में शामिल होना, इस आयोजन के महत्व को और बढ़ाता है। माना जा रहा है कि अरुण कुमार इस अवसर पर हजारों स्वयंसेवकों को शताब्दी वर्ष का विशेष संदेश भी देंगे।
*दो लाख स्वयंसेवकों का लक्ष्य*
संघ ने इस बार दो लाख से अधिक स्वयंसेवकों को पथ संचलन में शामिल करने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए संघ के कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को निमंत्रण दे रहे हैं। पिछले वर्ष लगभग 65 हजार स्वयंसेवक इस आयोजन में शामिल हुए थे। इस वर्ष यह संख्या तीन गुना से भी अधिक होने की उम्मीद है। पथ संचलन के लिए एक लाख नई गणवेश भी तैयार की गई हैं, जो स्वयंसेवकों तक पहुंचाई जा चुकी हैं।
*व्यापारी, उद्योगपति और पेशेवर भी होंगे शामिल*
इस बार के पथ संचलन में न केवल संघ के नियमित स्वयंसेवक, बल्कि व्यापारी, उद्योगपति, समाजसेवी, डॉक्टर, वकील, इंजीनियर और कॉर्पोरेट सेक्टर के कर्मचारी भी बड़ी संख्या में शामिल होंगे। संघ ने इन सभी प्रोफेशनल्स को विशेष रूप से आमंत्रित किया है। सभी प्रतिभागी संघ के पारंपरिक गणवेश में कदमताल करते नजर आएंगे।
*वरिष्ठ स्वयंसेवकों के लिए विशेष व्यवस्था*
संघ ने अपने वरिष्ठ और बुजुर्ग स्वयंसेवकों के लिए भी विशेष व्यवस्था की है। जो स्वयंसेवक अधिक दूरी तक चलने में सक्षम नहीं हैं, वे अपने घरों की छतों या विशेष रूप से बनाए गए मंचों से पथ संचलन का स्वागत करेंगे। वे भी पूर्ण गणवेश में इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बनेंगे।
*भव्य स्वागत की तैयारी*
पथ संचलन के मार्गों को भगवा ध्वजों से सजाया जाएगा। सैकड़ों सामाजिक संगठन और बड़ी संख्या में महिलाएं पुष्प वर्षा और आरती उतारकर स्वयंसेवकों का स्वागत करेंगी। यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए भी विशेष योजना तैयार की गई है, ताकि आम नागरिकों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।