इस वर्ष मकर संक्रांति है बेहद खास , 19 वर्ष बाद बन रहा है दुर्लभ संयोग, विधियां अपनाने से आपको होगा अत्यन्त लाभ

इस वर्ष मकर संक्रांति है बेहद खास , 19 वर्ष बाद बन रहा है दुर्लभ संयोग, विधियां अपनाने से आपको होगा अत्यन्त लाभ 🟡

 

इस साल बेहद ही दुर्लभ संयोग में मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाएगा। बता दें कि जब सूर्य धनु राशि से निकल मकर राशि में प्रवेश करते हैं तब मकर संक्रांति मनाई जाती है। इस साल यह 14 जनवरी को सूर्य मकर राशि में गोचर करेंगे। इसी दिन मकर संक्रांति का त्यौहार मनाया जाएगा। हिंदू धर्म में इस पर्व का विशेष महत्व है। इस बार का मकर संक्रांति अत्यंत खास इसलिए भी है क्योंकि इसी दिन महाकुंभ का पहला शाही स्नान किा जाएगा। तो चलिए अब जानते हैं कि मकर संक्रांति के दिन बनने वाले शुभ योग में क्या करना फलदायी रहेगा। 14 जनवरी को इस साल मकर संक्रांति के दिन दुर्लभ पुष्य नक्षत्र का संयोग बन रहा है। ज्योतिषों की अनुसार मकर संक्रांति पर ऐसा संयोग वर्षों बाद बन रहा है। मकर संक्रांति के दिन  सुबह 10 बजकर 17 मिनट के बाद  पुष्य नक्षत्र लग जाएगा। पुष्य नक्षत्र 15 जनवरी को सुबह 10 बजकर 28 मिनट पर समाप्त होगा। मकर संक्रांति का पुण्य काल 14 जनवरी को सुबह 9 बजकर 3 मिनट से शाम 5 बजकर 46 मिनट तक रहेगा। वहीं मकर संक्रांति का महा पुण्य काल 14 जनवरी को सुबह 9 बजकर 3 मिनट से सुबह 10 बजकर 48 मिनट तक रहेगा।

🔸मकर संक्रांति के दिन गंगा या अन्य पवित्र नदियों में स्नान-दान करना चाहिए।

🔸मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव की आराधना के साथ सूर्य मंत्रों का जाप भी करें।

🔸मकर संक्रांति के दिन गरीब और जरूरतमंदों को तिल, गुड़, वस्त्र, कंबल और खिचड़ी का दान करें।

🔸मकर संक्रांति के दिन तिल, दही, गुड़ और खिचड़ी का सेवन जरूर करें।

🔸मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव को जल, तिल अर्पित करें। साथ ही भगवान भास्कर को तिल वाले लड्डू चढ़ाएं।

♦️( दी गई उक्त जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।Black 9 Media एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता )▪️

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