शर्म करो देश की भावी पीढ़ी के निर्माताओं , खुद स्कूल आते नहीं, रखी हुई हैं दो अध्यापिकाएं

 

देश के कई राज्यों में शिक्षा का ढांचा डावाडोल है और सरकारी स्कूलों में शिक्षा की हालत किसी से छिपी नहीं है। मोटी सैलरी लेने वाले शिक्षक अपने कर्तव्य से मुंह मोड़ रहे हैं। तनख्वाह तो वे सरकार से ले रहे हैं, लेकिन अपने कर्तव्य की उन्हें जरा भी परवाह नहीं है। हालात ऐसे हैं कि मोटी सैलरी लेने वाले सरकारी शिक्षक स्कूलों मेें बच्चों को पढ़ाने के लिए किराए पर टीचर रख रहे हैं। ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश के भिंड जिला में आया है। यहां गोहद क्षेत्र के आनंदपुरा में शासकीय प्राथमिक स्कूल में अपनी जगह दो अन्य शिक्षकों को किराए पर रख लिए, जिस पर दोनों शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार जिला शिक्षा अधिकारी आरडी मित्तल ने शिक्षक रामचित्र सिंह और शैलेंद्र कुमार मिश्रा को निलंबित करने के आदेश जारी किए। गोहद के विकासखंड शिक्षा अधिकारी श्यामकिशोर भारद्वाज ने इस स्कूल का निरीक्षण किया, तो पता चला कि दोनों शिक्षकों के स्थान पर कोई महिलाएं पढ़ाने आती हैं, जबकि वहां पर पुरुष शिक्षक पदस्थ थे। इसके बाद दोनों शिक्षकों को निलंबित करने के आदेश जारी हुए। जांच में पता चला कि दोनों शिक्षक किराए के शिक्षकों से पढ़ाई का कार्य कराते थे▪️

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