● *आरोपी की गिरफ्तारी हेतु की गई थी 2000 रूपए के ईनाम की उद्घोषणा।*
● *आरोपी था पिछले 2 वर्षों से था फरार, और गिरफ्तारी से बचने के लिये बार-बार बदल रहा था अपना घर व मोबाइल नंबर।*
इंदौर शहर में अपराधों पर नियंत्रण हेतु विभिन्न प्रकरणों में फरार इनामी बदमाशों व वारंटियों की धरपकड़ हेतु प्रभावी कार्यवाही के निर्देश वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दिए गए हैं। उक्त निर्देशों के तारतम्य में पुलिस उपायुक्त जोन-4 श्री ऋषिकेश मीणा द्वारा फरार उद्घोषित आरोपियों की पतारसी एवं गिरफ्तारी हेतु अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त जोन-4 श्री आनंद यादव व सहायक पुलिस आयुक्त अन्नपूर्णा शिवेंदु जोशी को विशेष कार्ययोजना बना कार्यवाही के लिए निर्देशित किया गया।
जिसके परिपालन में क्षेत्र के फरार व इनामी आरोपियों की धरपकड़ के लिए थाना प्रभारी द्वारकापुरी ने एक टीम गठित की गई। टीम ने कार्यवाही के दौरान दिनांक 27.08.2024 को मुखबिर की सूचना पर, थाने के अ.क्र.232/22 धारा 354 क भादवि, 7/8 पोस्को एक्ट में दो वर्ष से फरार व दो हजार रूपए के ईनामी आऱोपी सुनिल शर्मा उम्र 48 वर्ष नि. सी -13, शांता बाग, आफीसर्स कालोनी मुरैना हालः- गणराज नगर, थाना खजराना इंदौर को गिरफ्तार किया गया ।
आरोपी घटना के बाद से ही फरार हो गया था और इसने गिरफ्तारी से बचने के लिए अपनी पहचान छुपाते हुए , सांई बाबा नगर, विजय नगर, हीरा नगर, खजराना आदि शहर के अलग अलग क्षेत्र में रहकर अपना घर बदल लिए थे। आरोपी के द्वारा कई बार अपने मोबाइल नंबर भी बदले गये, मगर पुलिस की पकड़ से नही बच सका और गिरफ्त में आ ही गया।
आरोपी की गिरफ्तारी हेतु 2000 रुपये का ईनाम भी घोषित किया गया था। जिसे मुखबिर तंत्र व तकनीकी सहायता से पतारसी कर गिरफ्तार किया गया, जिसके विरुद्ध विवेचना के आधार पर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही हैं।
उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी द्वारिकापुरी निरीक्षक आशीष सप्रे, उनि आलोक मिठास, प्रधान आर. 2958 प्रदीप सिंह बघेल, आर. 3761 संतोष राठौर की महत्वपूर्ण भूमिका रही।