‘‘मोदी की सियासत का अदना सा फसाना है बस्ती भी  जलानी है और मातम भी मानना है’’


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ग्वालियर में मोदी जी का आज केवल झूठ का पिटारा खुला
भोपाल, 02 अक्टूबर 2023,
मोदी जी एक बार फिर से मध्य प्रदेश में अपना झूठ का पिटारा लेकर आए हैं। मोदी की सियासत का अदना सा फसाना है बस्ती भी जलानी है और मातम भी मानना है। अभा कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता डॉ. रागिनी नायक ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुये कहा कि मैं सबसे पहले सामाजिक न्याय की बात सेे शुरुआत करती हूं मोदी जी ने ग्वालियर की सभा में कहा कि चंबल क्षेत्र में सामाजिक न्याय नहीं हुआ। लेकिन मैं सबसे सामाजिक न्याय की सबसे बड़े विरोधी नरेंद्र मोदी से सीधा सवाल करती हूं। ज़ब आपको प्रधानमंत्री की कुर्सी नजर आती है, चुनाव आते हैं तब आप पिछड़े वर्ग के हो जाते हैं। जब आपको वोट बटोरने होते हैं तो पिछड़े वर्ग के हो जाते हैं। जब पिछड़े वर्ग को प्रतिनिधित्व देने की बात आती है तब सामाजिक न्याय का, जातिगत जनगणना का, पिछड़ों के उत्थान का अपमान करने में एक क्षण भी नहीं लगाते। आप जातिगत जनगणना का विरोध कर जात-पात मैं बांटना चाह रहे इस देश को मोदी जी।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जी कह रहे हैं कि जितनी आबादी उतना हक अगर ओबीसी की 50 प्रतिशत आबादी है तो देश के रिसोर्ससे पर राष्ट्र के बजट में 5 प्रतिशत कंट्रोल क्यों है? राहुल गांधी जी ने यह सवाल उठाया के गवर्नमेंट ऑफ इंडिया के 90 सचिव हैं, जिनमें से केवल तीन ओबीसी क्यों है?
उन्होंने महिला आरक्षण की बात करते हुये कहा कि पिछड़े वर्ग की महिलाओं को अलग से आरक्षण क्यों ना मिले? जब तक आपके साथ जदयू की सरकार थी बिहार में जाति जनगणना होने के बाद भी आंकड़े सामने नहीं आए थे मोदीजी। जैसे ही आरजेडी, जेडीयू और कांग्रेस की सरकार आती है वह आंकड़े सामने आ जाते हैं। तो बहुत बड़ा पिछड़ा वर्ग, दलित और आदिवासी सभी आपसे पूछते हैं कि ‘‘मुट्ठी भर उद्योगपतियों की कठपुतली ये सरकार हमें हमारा हक कब देगी?’’ इसी बात से आप डरते हैं तो आपको सामाजिक न्याय की बात करने का कोई अधिकार नहीं।
डॉ. रागिनी नायक ने कहा कि जब 2006 में माननीय अर्जुन सिंह जी 27 प्रतिशत ओबीसी के लिए आरक्षण लाते हैं तो उसे सामाजिक न्याय कहते हैं। थोडे समय के लिए कांग्रेस की सरकार बनी थी तो कमलनाथ जी ने ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण देने काम करती हैं, उसे सामाजिक न्याय कहते हैं। कांग्रेस के चार मुख्यमंत्री है ओबीसी के देश में उसमें से तीन पिछड़ा वर्ग में आते हैं, उसे सामाजिक न्याय कहते हैं। मोदी जी को इंडिया नाम से इन्हें नफरत होने लगी है, गठबंधन के 11 मुख्यमंत्री में से छह मुख्यमंत्री सामाजिक न्याय की बात करते हैं। मोदी जी शर्म आनी चाहिए आपको कि 10 प्रदेशों में मुख्यमंत्री में से केवल एक पिछड़े वर्ग का है।
उन्होंने कहा कि मोदी जी 70 वर्षों की बात करते हैं लेकिन हम उससे भी पहले की बात करते हैं। किसने कितना झूठ बोला कौन कितने पानी में हैं,  1931 की बात की जाये कराची अधिवेशन की गांधी नेहरू एक प्रस्ताव पारित करते है, जिसमें समान मताधिकार की बात की गई। उस समय की बात है जब अमेरिका, फ्रांस में महिलाएं दर-दर की ठोकरे खा रही थी, उस कांग्रेस ने महिलाओं को समान अधिकार देने का निर्णय लिया था, राजीव गांधी का सपना था महिलाओं की छवि को अवला से सबना बनाया जाये, उन्हें समानता का अधिकार मिले, आधी आबादी पूरा हक और 1989 में लोकसभा में एक प्रस्ताव पास कराया। राज्य सभा में चार वोट के कारण वह प्रस्ताव गिर गया और बाजपेयी, आडवानी, यशवंत सिंह और रामजेठ मलानी की बजय से महिला आरक्षण नहीं हुआ। कांग्रेस पार्टी ने पंचायत, निकाय में 33 प्रतिशत आरक्षण दिया मोदी जी झूठ बोल रहे कि हमने आरक्षण नहीं दिया।
उन्होंने कहा कि 2010 में हमने कोशिश की। वहीं 2016 में सोनिया गांधी जी ने मोदी जी को पत्र लिखा, आरक्षण देने के लिए, 2018 मंे राहुल गांधी जी ने पत्र लिखा महिलाओं को आरक्षण देने के लिए। मोदी जी तमाम जुमलो की तरह, वाहवाही लूटने के लिए आप महिला आरक्षण लेकर आये तो दो शर्तों के साथ, 2026 में जनगणना होगी, फिर डिलिमिटेशन कमीशन बनेगा, उसमें एक और शर्त रखी है कि हाउस का डिसोल्व होना जरूरी है। इससे लंबी प्रक्रिया तो 2034 का चुनाव भी निकल जायेगा, 2039 में आप आरक्षण देंगे और झुनझुना आज से बजा रहे हैं, मोदी जी आपकी नैया डूब रही है आप चाहते हैं महिलायें आपकी नैया किनारे लगा दें लेकिन ऐसा होगा नहीं। अगर महिलाओं के आरक्षण को आपको 16 साल टांगना था तो इतनी अपरा तफरी में विशेष सत्र में यह क्यों लेकर आए? क्योंकि आपको पता है कि आप चुनाव हार रहे हैं तो आपने सोचा कि महिलाएं आपकी नैया को पार लगा, देंगे लेकिन ऐसा होगा नहीं।
क्योंकि स्वच्छता की बात तो याद रही कि मध्य प्रदेश नंबर वन है, जबकि इंदौर केवल नंबर वन है, लेकिन आपको यह याद नहीं रहा की महिलाओं पर अत्याचार और अपराध में मध्य प्रदेश सबसे आगे और नंबर एक पर है। आदिवासी उत्पीड़न में मध्य प्रदेश नंबर वन पर है। क्या आपको यह भी याद नहीं रहा की नाबालिक बच्चियों के साथ बलात्कार और तस्करी के मामले में भी मध्य प्रदेश नंबर वन पर है? कुपोषण में भी आज मध्य प्रदेश नंबर वन पर है, आप तो खुद ही बच्चा बता चुके हैं कि कुपोषण आपके माथे का कलंक है। ऐसे प्रदेश में आकर अगर आप अपने गाल बजाने का काम करेंगे तो जनता आपको कभी माफ नहीं करेगी।
उन्होंने कहा कि 18 साल पहले जो बच्चा पैदा हुआ और जो आज पहली बार वोट करेगा उसने क्या देखा है ? मध्य प्रदेश में उसने व्यापम घोटाला देखा है, भर्ती घोटाला देखा है, पटवारी घोटाला देखा है। पेपर लीक घोटाला भी देखा है। ऐसे तमाम घोटाले जिससे नौजवानों का भविष्य अंधकार में चला गया इसलिए वह आपको वोट नहीं करेगा? जिस प्रदेश में आदिवासियों पर आपकी पार्टी के लोग पेशाब करते हैं और आपकी सरकार तीन लाख 32 हजार पट्टे निरस्त करती है, प्रदेश में 21 प्रतिशत आबादी आदिवासियों की है वह आपको वोट क्यों देंगे?
अंत में यही कहना चाहती हूं कि जो शिवराज सिंह जी को आज अहिल्याबाई और बहने याद आ रही हैं वे आपसे पूछेंगे कि 18 साल तक उनकी याद क्यों नहीं आई। आप किसान सम्मान निधि की बात कर रहे हैं, मैं बताती हूं कि मध्य प्रदेश में एक लाख किसान ऐसे हैं जिससे आप किसान सम्मान निधि की रिकवरी मांग रहे हैं, 40 लाख किसान इस प्रदेश में ऐसे हैं जिनकी सोयाबीन की फसल खराब हो गई है मुआवजा तो छोड़िए उनका सर्वे तक आप नहीं करवा पाए हैं। आज प्रदेश में दो वक्त की रोटी जुटाने के लिए भी किसान मजबूर है और आपको लगता है किसान आपको वोट करेंगे? प्रदेश में 18 महिलाओं का बलात्कार रोज होता है, 58000 महिलाओं का बलात्कार पिछले 18 सालों में इस प्रदेश में हो चुका है, 67000 महिलाएं गायब हो गई, 33000 बच्चियां गायब हो गई है, 50000 से ज्यादा बच्चियों की शादियों का फर्जी पैसा आपकी सरकार खा गई और महिलाएं आपको वोट करेंगी? अखबार खोलो और मध्य प्रदेश में सबसे पहले खबर बलात्कार की ही होती है। महिलाओं से शिवराज जी पहले ही बिदायी ले चुके हैं।
उन्होंने कहा कि आज ग्वालियर में कह रहे थे कि इस क्षेत्र में दशकों से कोई विकास नहीं हुआ जो ज्योतिरादित्य सिंधिया आपके बगल में खड़े हुए आपने यह लांछन उनके परिवार पर ही लगा दिया है और उन्हीं के मुंह पर खड़े-खड़े उन्हीं के क्षेत्र में तमाचा जड़ दिया। राजमाता सिंधिया से लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया तक किसी ने विकास ही नहीं किया?
उन्होंने कहा कि मोदी जी आज यह बताने के लायक नहीं है कि प्रदेश में मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा? आपको आज यह समझ में नहीं आ रहा है कि आनंद-फानन में किसको लड़ाया जाए किसको मैदान में उतारा जाए? मैं आपसे पूछती हूं कम से कम घोषणा तो कर जाते नाम तो बता जाते की किसके चेहरे पर आप चुनाव लड़ रहे हैं मध्य प्रदेश में लेकिन आपके पास इन सवालों का कोई जवाब नहीं है।
उन्होंने कहा कि 19000 करोड़ की परियोजनाएं मध्य प्रदेश को मिलेगी, जैसे बिहार के दरभंगा को एम्स मिल गया। वैसी ही परियोजनाएं मिलेगी, यह समय परियोजनाओं और घोषणाओं का वक्त नहीं है, उपलब्धियां बताने का समय है। मध्य प्रदेश में कितने हॉस्पिटल कितने नए कॉलेज खुले 18 सालों में आपकी घोषणाएं केवल जुमले हैं, 246 कालेज जो खुले थे सब बंद हो गये। जैसे कि 15 लाख रूपये किसी की जेब में नहीं आये, 2 करोड़ रोजगार नहीं आये, बुलेट टेन नहीं आयी, जैसे 40 रूपये में पेट्रोल डीजल नहीं मिला। वैसे ही यह परियोजनाएं भी नहीं मिलने वाली हैं।
उन्होंने कहा कि आज के पूरे व्याख्यान से कहीं न कहीं पता चलता है कि ‘‘जब हार प्रत्यक्ष होती है, तो क्या कहना है क्या करना है क्या राजनीतिक समीकरण बनाना चाहिए, वह सब भूल जाता है।’’ अब मोदी जी की बात का असर जनता पर नहीं हो रहा है और ना ही कोई कीमत बची है। वह आज महिला विरोधी, पिछड़ा विरोधी, किसान विरोधी, नौजवान विरोधी, आदिवासी विरोधी, दलित विरोधी घोषित हो चुके हैं।
उन्होंने कहा कि इसलिए 18 साल के शासन के बाद 18 उपलब्धियां नहीं गिना पाए। शिवराज सिंह चौहान भी झूठी घोषणा करते हैं इसलिए कर्ज लेते जा रहे है। इस वित्तीय वर्ष में 4 लाख 22000 करोड़ का ऋण ले चुके हैं। देश में मोदीनामिक्स और प्रदेश में शिवराज नामिक्स चल रहा है। इन्होंने पूरे प्रदेश का बंटाधार कर दिया है। भाजपा के केंद्रीय और प्रदेश नेतृत्व में आपस में कोई तालमेल नहीं बचा है।
एक तरफ शिवराज सिंह चौहान जी कहते हैं कि हम 450 रुपए का सिलेंडर देंगे और दूसरी तरफ मोदी जी 209 रुपए सिलेंडर पर बढ़ा देते हैं। अब केवल भारतीय जनता पार्टी में अपरा-तफरी और जल्दबाजी में निर्णय हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी जी ग्वालियर में आई थी तो वह रानी लक्ष्मीबाई की स्मारक पर सबसे पहले जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी थी और नमन किया था लेकिन आप आए तो आपने उनका नाम तक नहीं लिया और आप महिलाओं से वोट मांग रहे हैं मोदी जी। आप कितने मौका परस्त और चुनावी व्यक्ति हैं अगर आपको वोट चाहिए तो आप पिछड़े बन जाते हैं आप दलित बन जाते हैं।
उन्होंने कहा कि आदिवासियों को पीटा जाएगा, घसीटा जाएगा, आपके नेताओं द्वारा उन पर पेशाब की जाएगी, आदिवासी महिलाओं का बलात्कार होगा उस पर भी कोई सुनवाई नहीं होगी लेकिन आप आदिवासियों का वोट जरूर मांगने आएंगे? ग्वालियर में मोदी जी का आज केवल झूठ का पिटारा खुला उसमें से कोई आश्चर्यजनक चीज निकालकर नहीं आई।
अंत में बस में यही कहूंगी कि ‘- मोदी रीत सदा चली आई जो कह जाए वह कभी ना निभाए।’’ ‘‘आपको जुमले तो याद ही होंगे उनके बहुत हुआ महंगाई की मार बहुत हुई महिलाओं पर अत्याचार इनके 2014 के सभी नारे आज खोखले दिखाई देते हैं।’’
इसलिए मैं बस इतना ही कहूंगी कि आपकी रैली में कुर्सियां खाली थी जनता भी अब आपकी सच्चाई जान चुकी है और वह आपको नहीं सुनना चाहती है। जनता बस इंतजार कर रही है कि जल्दी से जल्दी चुनाव हो और वह कांग्रेस के पंजे का बटन दबाकर कांग्रेस की सरकार को लाया जाए।

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