राजगढ़ जिले के ब्यावरा स्थित सीएम राइज स्कूल में बुधवार को राष्ट्रगान के बाद प्रार्थना में गायत्री मंत्र बोलने पर प्राचार्य दुष्यंत राणा विद्यार्थियों पर भड़क गए। उन्होंने बच्चों को डांटते हुए गायत्री मंत्र पढ़ने से रोक दिया। इस दौरान दूसरे शिक्षक ने पूरे मामले का वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो वायरल होने पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और हिंदू उत्सव समिति ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर शिक्षक के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है।
दरअसल, ब्यावरा में सीएम राइज स्कूल में बुधवार को प्रार्थना चल रही थी। इस दौरान बच्चे गायत्री मंत्र का उच्चारण करने लगे। इसी दौरान शिक्षिका माजिदा सिद्दीकी ने प्राचार्य दुष्यंत राणा के कान में कुछ कहा। इसके बाद राणा बच्चों को डांटने लगे। उन्होंने बच्चों को गायत्री मंत्र बोलने से रोकते हुए कहा कि इस मंत्र को बोलने का किसने कहा है? दुष्यंत राणा जब बच्चों को डांट रहे थे, तब वहां मौजूद एक शिक्षक ने उनका वीडियो बना लिया। यह देख प्राचार्य ने वीडियो डिलीट करने के लिए कहा, लेकिन शिक्षक ने उसे सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया।
इस मामले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने ब्यावरा एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने गायत्री मंत्र बोलने से रोकने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई की मांग की। एबीवीपी नेताओं का कहना है कि सीएम राइज स्कूल में प्रार्थना के दौरान गायत्री मंत्र का पाठ किया जा रहा था। किसी धर्म विशेष की शिक्षिका के कहने पर प्राचार्य ने इसे रुकवा दिया। यह बात कहीं न कहीं हिंदू संस्कृति को ठेस पहुंचाती है।
वहीं, एसडीएम राकेश मोहन त्रिपाठी ने बताया कि प्रार्थना के दौरान बच्चों द्वारा गायत्री मंत्र को शिक्षक द्वारा पढ़ने से रोकने की शिकायत सामने आई थी, जिस पर संबंधितों विभाग व स्कूल प्राचार्य को तलब किया गया था। हमने प्राचार्य से लिखित में स्पष्टीकरण मांगा है। इसके लिए बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें तय हुआ है कि अब स्कूल में नियमित गायत्री मंत्र का जाप कराया जाएगा। किसी को रोकने का अधिकार नहीं है। बाकी पूरे घटनाक्रम की जांच करा रहे हैं।
इधर, प्राचार्य राणा का कहना है कि गायत्री मंत्र बोलने से रोकने का मेरा कोई गलत इरादा नहीं था। शासन के निर्देश अनुसार ही मैंने रोका, क्योंकि स्कूल के कैलेंडर के अनुसार सप्ताह में एक दिन गायत्री मंत्र बोलने का शेड्यूल है, इसीलिए उन्हें रोका था। उन्होंने कहा कि स्कूल के शिक्षक हरिश जांगड़े, हरिश सक्सेना, बजरंग जांगड़े और नूतन दुबे ने बच्चों को उकसाया है। दरअसल, यहां गायत्री परिवार से जुड़े लोग गायत्री मंत्र को यहां भी चलाते रहे हैं। मैं तो सरकार के नियम को फॉलो करता हूं। जिले के किसी भी स्कूल में राष्ट्रगान, राष्ट्रगीत के अलावा कुछ नहीं होते देखा। यह सरकारी स्कूल है, जो सुबह 10.30 से 4.30 बजे तक चलता है। यहां सभी धर्मों के बच्चे पढ़ते हैं।