दिन में कब-कब चार्ज करना चाहिए फोन?

कोई लगा लेता है 30% पर तो कोई 40% पर, आधे से ज्यादा लोग करते हैं गलती

 

फोन की बैटरी अगर जल्दी-जल्दी ड्रेन होने लगती है तो लोग बहुत गुस्सा आता है. बैटरी डेड हो जाना मतलब अच्छे खासे फोन का कबाड़ बन जाना. ये तो हम सबने नोटिस किया होता कि नए स्मार्टफोन की देखभाल हम बहुत प्यार से करते हैं.

वहीं जहां फोन थोड़ा पुराना होने लगता है, इसे लेकर हम कई तरह की लापरवाही बरतने लगते हैं.

बात चार्जिंग की आती है तो हम अपने आसपास देखते हैं कि जब भी किसी का फोन थोड़ा सा भी डिस्चार्ज होता है तो वह तुरंच चार्जिंग पर लगा दिया जाता है. साथ ही कई लोग ऐसे भी हैं जो फोन चार्जिंग पर लगाने के थोड़ी ही देर बाद फिर से उसे निकाल लेते हैं, और ये सिलसिला चलता रहता है.

क्या आपको पता है कि लोगों की इन आदत के चलते फोन में खराबी आन लगती है. फोन को चार्जिंग पर लगाने का एक तरीका है. अगर आप बार-बार फोन चार्ज पर लगाते रहेंगे तो फोन की बैटरी समय के साथ खराब हो जाएगी. इसलिए आइए आज हम आपको ये बता रहे कि दिन में कितनी बार फोन को चार्ज पर लगाना चाहिए.

बैटरी को 20% या उससे ज़्यादा कम न होने दें और बैटरी को पूरी तरह से डिस्चार्ज होने से बचाएं. 80% (या उससे कम) और 100% के बीच बैटरी लेवल हो जाए, तभी अनप्लग करें. अपने फोन को ज़्यादा देर देर तक 100% लेवल पर न रहने दें, यानी पूरी तरह चार्ज होने के बाद चार्जर से कनेक्ट करें.

ज़्यादातर लोग 20-80 रूल को अपनाने की सलाह देते हैं, जिसका आप भी निश्चित रूप से पालन कर सकते हैं. अगर आपको नहीं मालूम है कि 20-80 रूल क्या है तो हम आपको बता दें कि 20 यानी कि 20% तक बैटरी ड्रेन होने पर चार्जिंग पर लगाएं, और 80 का मतलब है 80% होने पर चार्जिंग को निकाल लेना सही होता है. यानी कि अगर आपका फोन दिन में दो बार 20% तक पहुंच जाता है तो आप दो बार चार्जिंग पर लगाना होगा, उससे ज्यादा बार नहीं.

आपने ध्यान दिया होगा कि आपके फोन की बैटरी जब 20% होती है, तभी ‘Low Battery’ का अलर्ट फोन पर आ जाता है. इसका मतलब उससे पहले तक फोन को आराम से चलाया जा सकता है. इसके अलावा आप 45-75 रूल को भी फॉलो कर सकते हैं.

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