क्या-क्या होगा खाने में, डिटेल में जान लें
नई दिल्ली. अब रेलवे जनरल बोगी में सफर करने वाले यात्रियों को भरपेट भोजन बेहद सस्ती कीमत में कराएगा. स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर ही जनरल कोच के सामने इकॉनमी मील (Economy Meals) स्टॉल लगाए जाएंगे.
इन स्टॉल पर 20 रुपये में खाना मिल जाएगा और 3 रुपये में पीने का पानी उपलब्ध होगा. शुरुआत में देशभर के 64 रेलवे स्टेशनों पर यह सेवा शुरू की गई है. पहले इसे 6 महीने के लिए ट्रायल के तौर पर शुरू किया जाएगा. बाद में सभी रेलवे स्टेशनों पर यह स्कीम शुरू कर दी जाएगी. नॉर्थ जोन के 10, ईस्ट जोन के 29, साउथ सेंट्रल जोन के 3, साउथ जोन के 9 और वेस्ट जोन के 13 रेलवे स्टेशनों पर यह सुविधा शुरू हुई है.
उत्तरी जोन में फुलेरा, अजमेर, रेवाड़ी, आबू रोड़, जयपुर, अलवर, उदयपुर और मथुरा रेलवे स्टेशनों पर सस्ते खाने के स्टॉल शुरू हो गए हैं. इसी तरह पूर्वी जोन में दुर्गापुर, आसनसोल, सियालदह, मधुपुर, जसीडीह, बालासोर, खड़गपुर, हिजली, न्यू कूचबिहार, न्यू अलीपुरद्वार, कटिहार, न्यू तिनसुकिया, कामाख्या, धनबाद, रक्सौल, समस्तीपुर, बेतिया, नरकटियागंज, कियूल, बक्सर, मोकामा, बख्तियारपुर, टाटानगर, झारसुगुड़ा और रांची में यह सुविधा शुरू हो गई है.
मील टाइप 1 में 20 रुपये में पूड़ी, सब्जी और अचार रहेगा.
यहां भी मिलेगी सस्ती थाली
साउथ सेंट्रल जोन में बिलासपुर, रायपुर और गोदियां में यात्री 20 रुपये में भोजन की थाली और 3 रुपये में पानी की बोतल इकॉनमी मील स्टॉल से ले सकते हैं. इसी तरह साउथ जोन के नौ स्टेशनों पर यह सेवा शुरू हो चुकी है. वेस्ट जोन के सतना, पिपरिया, नागपुर, पुणे, खंडवा राजकोट और सुरेंद्रनगर रेलवे स्टेशनों सहित 15 स्टेशनों पर सस्ती थाली मिल रही है.
भारतीय रेलवे ने अपने हर जोन के कुछ स्टेशनों पर ट्रायल के तौर पर ये स्टॉल लगाए हैं.
रेलवे के इकॉनमी मील में क्या-क्या मिलेगा?
मील टाइप 1 में 20 रुपये में पूड़ी, सब्जी और अचार रहेगा. मील टाइप 2 में स्नैक्स मील (350 ग्राम) मिलेगी, जिसकी कीमत 50 रुपये होगी. 50 रुपये के सेनैक्स मील में राजमा-चावल, खीचड़ी, कुल्छे-छोले, छोले-भटूरे, पावभाजी या मसाला डोसा कुछ भी ले सकते हैं. इसके अलावा यात्रियों के लिए 200 मिलीमीटर पैकेज्ड के सीलबंद ग्लास उपलब्ध रहेंगे, जिनकी कीमत 3 रुपये रखी गई है. रेलवे की इस सेवा का जनरल कोच में यात्रा करने वालों को बहुत फायदा होगा. सस्ते खाने के स्टॉल उस जगह पर लगेंगे जहां जनरल कोच का ठहराव होता है.