नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय मुद्रा बनने की ओर रुपया?

*नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय मुद्रा बनने की ओर रुपया?

यूएई में भी चलेगा UPI; बनेगा आईआईटी दिल्ली का कैंपस..!!*

*नई दिल्ली:* भारत का रुपया अब इंटरनेशनल करेंसी बनने की ओर है। 18 देशों ने पहले ही रुपये में कारोबार करने की ललक जाहिर की थी। हाल ही में फ्रांस के साथ यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) को लेकर समझौता हुआ है और अब सऊदी अरब के साथ भी क्रॉस बॉर्डर ट्रांजैक्शन के लिए रियल टाइम लिंक स्थापित करने और को लेकर समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं। बता दें कि शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अबू-धाबी पहुंचे थे।

इसके अलावा दोनों देशों के बीच में अबू धाबी में आईआईटी दिल्ली का कैंपस स्थापित करने को लेकर भी एमओयू पर साइन किए गए हैं। फ्रांस के बाद पीएम मोदी यूएई पहुंचे थे। बता दें कि यूएई की 30 फीसदी आबादी ही भारतीयों की है। यहां कम से कम 35 करोड़ भारतीय रहते हैं। फरवरी 2022 में दोनों देशों के बीच में कंप्रेहेसिव इकनॉमिक पार्टनरशिप अग्रीमेंट हुआ था। इसके बाद आपसी व्यापार तेज हुआ था।

*आरबीआई और यूएई सेंट्रल बैंक में समझौता:*

अबू धाबी का क्राउन प्रिंस शेख खालिद मोहम्मद बिन जायेद अल नाह्यान ने रिसीव किया। उनके साथ मुबाडाला कैपिटल के प्रमुख खालदन खलिफा भी मौजूद थेष वह 276 बिलियन डॉलर का एक स्वतंत्र फंड चलाते हैं। इसके बाद पीएम मोदी शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नह्यान से मुलाकात की। इसी दौरान आपस में राष्ट्रीय मुद्रा के विनिमय और पेमेंट मेसेजिंग सिस्म को इंटरलिंकर करने को लेकर सझौता हुआ।

पीएम मोदी ने ट्वीट करके जानकारी दी थी कि दोनों देशों में आर्थिक सहयोग को बढ़ाने और अंतरराष्ट्रीय वित्तीय विनियम को आसान करने को लेकर समझौता किया गया है। डील के बाद पहले ट्रांजैक्शन के तौर पर 12.84 करोड़ की पेमेंट से 25 किलो सोना मुंबई येस बैंक को ट्रांसफर किया गया है। बता दें कि यूएई भारत को चौथे नंबर पर सबसे ज्यादा कच्चा तेल और दूसरे नंबर पर एलपीजी औ एलएनजी उपलब्ध करवाता है।

*यूएई में रहने वाले भारतीयों को मिलेगा लाभ:*

यूएई में रहने वाले बड़ी संख्या में भारतीयों को इस समझौते का लाभ मिलेगा। लोग आसानी से रुपे कार्ड का इस्तेमाल कर सकेंगे और आरटीजीएस व आईएमपीएस के माध्यम से रुपये ट्रांसफर कर सकेंगे। रुपये और दिरहम को बढ़ावा देने के लिए इन्हें लोकल करेंसी सेटलमेंट सिस्टम में लखा जा रहा है। आरबीआई का कहना है कि इससे दोनों ही तरफ से निवेश में आसानी होगी। इस समझौते के बाद दोनों देशें के सेंट्रल बैंक भारत के यूपीआई और यूएई के इंस्टैंट पेमेंट प्लैटफॉर्म को इंटरलिंक कर देंगे। इसके अलावा RUPAY और UAESWITCH को भी इंटरलिंक कर दिया जाएगा। दोनों ही देशों में ये कार्ड वैलिड होंगे।.

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