*🚩इस बार आंधी देवास मैं मुसीबत बनकर आई,माता टेकरी पर हादसा टला*
देवास में तेज गति से आंधी आई तो माता टेकरी पर श्रद्धालु घबराने लगे,,क्योंकि इस दौरान रोपवेसुविधा के तहत केबल कार में 4 लोग सवार थे और तेज गति से आंधी के दौरान केबल कार जोर-जोर से हिलोरे खाने लगी,,पहाड़ी की ऊंचाई पर फंसे श्रद्धालु माता से आंधी रुकने की याचना करने लगे,,
जैसे तैसे केबल कार मे फंसे लोगों को रेस्क्यू कर निकाला गया,,,तब जाकर श्रद्धालुओं ने राहत की सांस ली,,,
सर्वविदित है कि देवास स्थित प्राचीन माता टेकरी मैं नई दर्शन व्यवस्था के तहत रोपवे सुविधा भी मुहैया कराई गई है,,,
उज्जैन में भी रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर के लिए रोपवेसुविधा मुहैया कराने के लिए मंजूरी मिली है
,,परंतु लगभग दुर्गम क्षेत्र पहाड़ी इलाकों में रोपवे निर्माण कर केबल कार की सुविधा उपलब्ध कराईजाती है,,रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर 2 किलोमीटर से भी कम दूरी पर हैऔर स्टेशन से श्रद्धालु आसानी से सड़क मार्ग से मंदिर पहुंच सकते हैं, ज्यादातर दूरदराज से आए श्रद्धालु रेलवे स्टेशन से सीधे होटल पहुंच स्नान करते हैं,,,या लगेज रख क्षिप्रा नहान कर फिर मंदिर की ओर जाते हैं आप सोच रहे हो रेलवे स्टेशन से सीधे उन्हें मंदिर पहुंचा दे,,वहां से उतर कर श्रद्धालु फिर होटल ढूंढ़े,,
वहां सामान रखें,,नहान करें फिर मंदिर जाएं,,सब कुछ समझ से परे
,,,यहां रोपवे कि मंजूरी की बात गैरजरूरी लगती हैं,,आज भी अनेक सुविधाओं के लिए श्रद्धालु जूझते देखे जा सकते हैं,,,जनता का पैसा श्रद्धालुओं को ऐसी सुविधाओं के लिए खर्च किया जाए जिससे कि वे उज्जैन से अच्छी यादें लेकर लौटे
,,यह नहीं कि अनावश्यक होने पर भी रोपवे बना दो,,क्योंकि पैसा खपाना है,,,