MP:मुख्यमंत्री की मीटिंग में कलेक्टर ने पेश किया गलत आंकड़ा

 

चुनावी साल में प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान प्रशासनिक मामलों को लेकर एक बार फिर से एक्शन में आ गए हैं. इसी एक्शन के चलते सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सिंगरौली के कलेक्टर पर नाराजगी जताई है.

कलेक्टर द्वारा वीडियो कांफ्रेसिंग के दौरान सीएम को भ्रम में रखा जा रहा था.

दरअसल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जनसेवा अभियान की समीक्षा कर रहे थे. समीक्षा के दौरान सिंगरौली कलेक्टर ने सीएम शिवराज सिंह चौहान को आवेदनों के निराकरण के गलत आंकड़े बता दिए. वीडियो कांफ्रेसिंग के दौरान सिंगरौली कलेक्टर ने जनसेवा अभियान 2.0 के निराकरण का आंकड़ा 36 फीसदी बताया तो सीएम शिवराज बोले गलत आंकड़े न दें. दोपहर तक यह आंकड़ा 12 प्रतिशत था. सीएम ने भ्रम में रखने पर सिंगरौली कलेक्टर पर नाराजगी जताई.

भ्रष्टाचारियों को बख्शा नहीं जाएगा
बता दें सीएम शिवराज सिंह चौहान इन दिनों पूरी तरह से एक्शन मोड में हैं. सीएम ने साफ तौर पर कहा है कि मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचारियों किसी भी कीमत पर बख्शा जाएगा. उन्होंने नर्मदा नदी में अवैध खनन को लेकर सख्त निर्देश दिए, उन्होंने कहा चाहे नेता हो या अभिनेता किसी को अवैध खनन की अनुमति नहीं होगी. इसके अलावा भी सीएम ने अनेक दिशा निर्देश दिए. बता दें कि भ्रष्टाचार के मामलों में मध्य प्रदेश सरकार खासी सख्त नजर आ रही है. बीते दिनों उच्च शिक्षा विभाग के ओएसडी संजय जैन को भ्रष्टाचार के मामले में संलिप्तता के आरोप में नौकरी से ही बर्खास्त कर दिया गया है.

भ्रष्ट इंजीनियर भी बर्खास्त
बता दें भ्रष्टाचार के खिलाफ मुख्यमंत्री के तेवरों का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सप्ताह के अंदर ही प्रदेश में दो भ्रष्ट अफसरों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा है. कुछ दिन पहले ही पुलिस हाऊसिंग की संविदा इंजीनियर हेमा मीणा पर पड़े लोकायुक्त छापे में मिली अवैध संपत्ति के मामले में उन्हें नौकरी से निकाल दिया है तो इसी तरह शिक्षा विभाग के ओएसडी संजय जैन को भ्रष्टाचार के मामले में संलिप्तता के आरोप में नौकरी से बर्खास्त किया गया

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