रीवा लोकायुक्त की रिश्वत मामले में कार्रवाई से पहले ही लोकसेवक को उसकी भनक लग गई और वह मौके से फरार हो गया।
जानकारी के अनुसार दो मामलो में कार्रवाई की गोपनीयता कार्रवाई करने के पहले ही संबंधित लोक सेवक तक पहुंच गई। यही कारण है कि 2 माह के अंदर दो बड़ी कार्रवाई नहीं हो सकी।
बताते चलें कि आवेदक नारायण सोनी निवासी ग्राम पोस्ट सोमवारी तहसील मैहर ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसकी दुकान का 45000 रुपये बिजली का बिल न जमा करने के एवज में जूनियर इंजीनियर पवन कुमार अहिरवार एवं लाइनमैन हीरालाल सिंह विद्युत विभाग द्वारा 9000 की रिश्वत की मांग की जा रही है।
उक्त शिकायत को प्रमाणित पाए जाने के बाद रीवा लोकायुक्त संगठन द्वारा गत सोमवार को 16 सदस्यीय टीम को कार्रवाई करने के लिए मेहर भेजा गया था, लेकिन कार्रवाई की भनक लगने के कारण जूनियर इंजीनियर सहित लाइनमैन मौके से नदारद हो गए ।
अब लोकायुक्त संगठन धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण संशोधन अधिनियम 2018 के तहत मामला पंजीबद्ध कर मामले की जांच कर रहा है।
बताते चलें कि इसके पूर्व रीवा जिले में समान थाना प्रभारी सुनील गुप्ता और उपनिरीक्षक रानू वर्मा के विरुद्ध भी लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई गई थी । वहां भी कार्रवाई के पहले कार्रवाई की भनक थाना प्रभारी व उपनिरीक्षक के पास पहुंच गई थी। उक्त कार्रवाई भी लोकायुक्त ने असफल कार्रवाई मानते हुए धारा 7 के तहत मामला पंजीकृत कर मामले को जांच में लिया है।