चाहे कांग्रेस हो या भाजपा बराबरी से दोनों दलों के दिग्गज बाबा के दरबार में हाजिरी भरते नजर आते हैं।
गुना में लगा बाबा बागेश्वर का दरबार
ऐसा ही हुआ राजा और महाराजा के इलाके यानी मध्यपदेश के ग्वालियर चंबल संभाग के गुना में जहां बाबा का दरबार लगा । यहां 1 दिन के दिव्य दरबार में शामिल होने के लिए बाबा बागेश्वर पहुंचे। यहां दिव्य दरबार में हाजिरी भरने के लिए महाराजा कहलाने वाले केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया मौजूद थे। देर रात को दिव्य दरबार खत्म होने के बाद बाबा बागेश्वर सिंधिया रियासत का हिस्सा रहे राघोगढ़ पहुंचे। राघोगढ़ राज्यसभा सांसद और दिग्गज कोंग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह का गढ़ है। बाबा बागेश्वर ने राघोगढ़ के विधायक दिग्विजय सिंह के पुत्र जयवर्धन सिंह के साथ राघोगढ़ जिले में मौजूद राघव जी के मंदिर में भगवान राम के दर्शन किए।
दरअसल, ग्वालियर चंबल इलाका सिंधिया रियासत में आता था और इसी रियासत में दिग्विजय सिंह के पूर्वज राघोगढ़ संभालते थे। यही वजह रही कि देश की सियासत में हमेशा से सिंधिया परिवार को महाराजा की उपाधि मिलती रहे तो दिग्विजय आज भी राजा के नाम से जाने जाते हैं।
बाबा बागेश्वर ने लक्ष्मी नारायण महायज्ञ में दी आहुति
बाबा बागेश्वर के राजा महाराजाओं के गढ़ गुना में पहुंचने की वजह रही गुना में चल रहा छह दिवसीय धार्मिक महाकुंभ का समापन। इस महाकुंभ केआखरी दिन पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने गुना आ कर लक्ष्मी नारायण महायज्ञ में आहुति दी।
इस दौरान गुना में लगे उनके दिव्य दरबार में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, मध्य प्रदेश के पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया, पीएचई राज्यमंत्री बृजेंद्र सिंह यादव, पीडब्ल्यूडी राज्य मंत्री सुरेश राज खेड़ा, अशोक नगर विधायक जसपाल सिंह जज्जी हाजिरी भरते दिखाई दिए ।
ज्योतिरादित्य सिंधिया को श्रीमंत कहकर किया संबोधित
दिव्य दरबार में बैठे बाबा बागेश्वर ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को श्रीमंत कहकर संबोधित किया तो मंच पर ज्योति राजे सिंधिया और बाबा बागेश्वर की ट्यूनिंग दिखाई दी,ज्योतिराज सिंधिया ने बाबा बागेश्वर का गुलाबी वस्त्र पहनाकर अभिवादन किया तो बाबा बागेश्वर ने सिंधिया को भगवा गमछा पहनाया।
दिव्य दरबार खत्म होने के बाद बाबा बागेश्वर का रोड शो गुना की सड़कों पर निकला। इसके बाद बाबा बागेश्वर राघोगढ़ पहुंचे जहां पर उनकी अगवानी राघ़ोगढ़ विधायक और दिग्विजय सिंह के पुत्र जयवर्धन सिंह ने की। इस दौरान जयवर्धन सिंह के साथ छतरपुर विधायक आलोक चतुर्वेदी भी थे।
राजा और महाराजा से मुलाकात के निकाले जा रहे सियासी मायने
एक ही दिन में राजा और महाराजा से हुई इस मुलाकात के मध्य प्रदेश में सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं। यह पहली बार नहीं है जब बाबा बागेश्वर के कार्यक्रम में कांग्रेस और भाजपा के दिग्गज दिखाई दिए हों। इससे पहले 13 से लेकर 19 फरवरी तक बागेश्वर धाम में हुए कार्यक्रम में न केवल पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ दिखाई दिए थे बल्कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत तमाम मंत्री भी दरबार में हाजिरी भरते नजर आए थे। जाहिर है महज 7 महीने बाद मध्य प्रदेश के चुनाव हैं ऐसे में भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस के लिए भी हिंदुत्व की हुंकार भरने वाले बाबा बागेश्वर की जरूरत हिंदू वोटरों को लुभाने के लिए जरूरी है।