परिवार को पुलिस ने धमकाया, दंपती ने पुत्री सहित ट्रेन से कटकर दी जान

 

 टीकमगढ़ जिले के खरगापुर थाना क्षेत्र के मातौल निवासी एक दंपती बच्चों के साथ शुक्रवार की सुबह कुरुक्षेत्र से खजुराहो जा रही ट्रेन के सामने कूद गए, जिसमें पति-पत्नी सहित बेटी की मौत हो गई और बेटा ट्रेन को आता देखकर दौड़ गया और बच गया।

घटना के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई।

मृतक दंपती नाबालिग बेटे ने कहा कि पुलिस ने घर पर पहुंचकर पूरे परिवार को चोरी के झूठे आरोप में जेल भेजने की धमकी दी थी। इससे घबराकर मां-पिता और बहन ने जान दी है। बेटे ने कहा कि खोलते तेल में हाथ डालने की बात भी पुलिस ने कही थी।

इस घटना की सूचना के बाद ही मौके पर पुलिस अधीक्षक रोहित काशवानी पहुंचे, जिन्होंने पूछताछ की। ग्रामीणों ने बताया कि लक्ष्मण बेहद गरीब था, जो पुराने कपड़े सिलकर अपने परिवार का भरण पोषण करता था। अब इस हृदय विदारक मामले को लेकर पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं।

बताया गया कि मृतक लक्ष्मण नामदेव का 12 वर्षीय बेटा तीन दिन पहले पड़ोस में खेल रहा था। इसी दौरान पड़ोसी राकेश रिछारिया के घर में चोरी हो गई। रिछारिया परिवार ने चोरी की शिकायत दर्ज कराई थी और लक्ष्मण के बेटे पर चोरी का शक जताया था। पुलिस ने इसी मामले में उससे पूछताछ की। नाबालिग बेटे के प्रसारित वीडियो के अनुसार, पुलिस ने जेल में भेजने की धमकी दी थी। इससे माता-पिता काफी आहत थे। इसी दहशत में आकर लक्ष्मण नामदेव उम्र 50 वर्ष निवासी मातोल ने अपनी पत्नी रजनी उम्र 45 वर्ष और बेटी सूची उम्र 13 वर्ष के साथ आत्महत्या की है। हालांकि पुलिस इस पूरे मामले में जांच की बात कह रही है।

कमल नाथ ने घटना पर जताया दुख

पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ ने ट्वीट कर लिखा है कि ‘टीकमगढ़ जिले के खरगापुर में लक्ष्मण नामदेव ने अपनी पत्नी और पुत्री के साथ ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली। यह अत्यंत पीड़ादायक घटना है। मैं ईश्वर से सभी मृतकों की आत्मा की शांति की प्रार्थना करता हूं। मैं मुख्यमंत्री के संज्ञान में यह बात लाना चाहता हूं कि मृतकों के स्वजन ने आरोप लगाया है कि पुलिस प्रताड़ना से पीड़ित होकर परिवार ने आत्महत्या की है। दो दिन पहले कटनी में भी एक दलित दंपती ने जहर खा लिया था और महिला की मृत्यु हो गई थी। वहां भी पीड़ित पक्ष ने पुलिस उत्पीड़न का आरोप लगाया था।’ इसके साथ कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता अजय यादव ने मामले में न्यायिक जांच की मांग की है।

इनका कहना है

मैंने गांव में पूछताछ की है, जिसमें पता चला है कि पुलिस ने गाली-गलौज और मारपीट नहीं की। दो बार पुलिस घर जरूर जानकारी लेने गई, लेकिन कोई अपशब्द नहीं कहे। बेटे से भी जानकारी ली है। पूरा मामला जांच में है। फिलहाल मर्ग दर्ज करते हुए जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

– रोहित काशवानी, पुलिस अधीक्षक टीकमगढ़।

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