शाहजहांपुर में 6 बच्चों के साथ सात दिन से भूखी-प्यासी कमरे में बंद थी मां, पुलिस ने किया रेस्क्यू

 

त्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां तिलहर क्षेत्र के बहादुरगंज इलाके में एक परिवार करीब सप्ताह भर से अपने मकान के एक कमरे में बंद था. आस पड़ोस के लोगों की सूचना पर जब पुलिस पहुंची और दरवाजा तोड़कर अंदर गई तो वहां का माहौल देखकर दंग रह गई. सभी लोग बहकी-बहकी बातें कर रहे थे.

पुलिस ने सभी को अस्पताल भिजवाया है.

शाहजहांपुर: उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में एक अजब मामला सामने आया है. यहां एक परिवार की महिला और उसके छह बच्चे करीब सप्ताहभर से अपने मकान के कमरे में बंद थे. पड़ोसियों की सूचना पर पुलिस पहुंची और दरवाजा तोड़कर अंदर गई तो वहां का नजारा देखकर हैरान हो गई. कमरे में महिला और बच्चे बेसुध अवस्था में पड़े थे और बहकी-बहकी बातें कर रहे थे. पुलिस ने किसी तरह उनको कमरे से बाहर निकाला और बड़ी मुश्किल से एंबुलेंस के जरिए अस्पताल भिजवाया. कमरे में बंद होने के बाद से इन सभी लोगों ने न कुछ खाया था और ना ही कुछ पीया था.

शाहजहांपुर पुलिस ने परिवार की महिला और उसके छह बच्चों को रेस्क्यू किया है. ये लोग पिछले एक हफ्ते से कमरे में भूखे प्यासे बंद थे. सभी की मानसिक स्थिति बिगड़ी हुई थी. माना जा रहा है कि तंत्र मंत्र के चलते इन लोगों ने खुद को कमरे में बंद कर लिया था. पुलिस ने सभी को अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां सभी का इलाज शुरू कर दिया गया है.

मामला शाहजहांपुर जनपद के थाना तिलहर क्षेत्र के बहादुरगंज इलाके का है. यहां पर बनारसी नाम के व्यक्ति के मकान है जो जड़ी बूटियों को फेरी लगाकर बेचता था. इसके चलते वह अक्सर बाहर रहता था. करीब सप्ताह भर से बनारसी को घर पर कोई हलचल नहीं हो रही थी. इस पर कॉलोनी के लोगों को अनहोनी की आशंका हुई. पड़ोसी शैलेंद्र शर्मा ने बताया कि मेन गेट पर अंदर से ताला लगा हुआ था. दरवाजा खुलवाने की कोशिश की गई लेकिन, सफलता नहीं मिली. इस पर दो लोगों को सीढ़ी लगाकर घर के अंदर दाखिल कराया गया. वहां देखा कि एक कमरे में बनारसी की पत्नी संतो देवी और उसके 6 बच्चे बेसुध थे. कमरे को भी अंदर से लॉक करके रखा हुआ था.

 शाहजहांपुर के तिलहर की कॉलोनी में घटना के बाद लगी भीड़.आपस में बहकी-बहकी बातें कर रहे थे. अंदर से सभी कहने लगे यहां मत आना, जय श्री राम, जय बाला जी. इस पर पुलिस को सूचना दी गई. जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजे को तोड़कर कमरे में दाखिल हुई. वहां कोई बंधन बांधे हुए था तो कोई पूजा कर रहा था. सभी लोग अस्त-व्यस्त अवस्था में थे. पुलिस ने किसी तरह सभी लोगों को बाहर निकाला. सभी को रेस्क्यू करके पुलिस ने अस्पताल भिजवाया. अस्पताल ले जाने के लिए सभी को एंबुलेंस में बैठाने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी.

इस दौरान मोहल्ले में भारी भीड़ लग गई. शक है कि तंत्र मंत्र के बाद सभी ने खुद को एक कमरे में बंद कर लिया था. क्योंकि जब पुलिस ने इनको बाहर निकाला सभी के माथे और चेहरे पर लाल रंग लगा हुआ था. सभी ने पिछले कई दिनों से खाना तक नहीं खाया था. अगर वक्त रहते सभी का रेस्क्यू नहीं किया जाता तो कोई बड़ी अनहोनी हो जाती. फिलहाल पुलिस ने एंबुलेंस के जरिए सभी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया है. जहां तीन लोगों की स्थिति ठीक न होने पर उनको मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है.

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के मेडिकल ऑफिसर डॉ. सजर अहमद ने बताया कि सभी लोग सप्ताह भर से कमरे में बंद थे. इन लोगों ने कुछ खाया-पीया भी नहीं था. कोई तांत्रिक क्रिया चलने की बात सामने आ रही है. सभी को प्राथमिक इलाज देकर शाहजहांपुर जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया है. मामले में सीओ तिलहर बीएसवीर कुमार का कहना है कि थाना तिलहर क्षेत्र के बहादुरगंज मोहल्ले में एक मकान में 7 लोग बंद मिले थे. सभी को मकान से निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उनकी मानसिक स्थिति अभी ठीक नहीं है. फिलहाल सभी का इलाज चल रहा है.

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