इंसान के शरीर का हर अंग महत्वपूर्ण होता है। अगर शरीर के किसी भी अंग में कोई समस्या आ जाए तो हम काफी परेशान हो जाते हैं। अगर आपके शरीर में कोई परेशानी हो रही है तो डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
आपने देखा होगा कि आंखों में जलन या कोई अन्य परेशानी आने पर कुछ लोग खुद ही मेडिकल स्टोर से आई ड्रॉप लाकर डाल लेते हैं। हालांकि कई बार गलत दवा के इस्तेमाल से परेशानी बढ़ सकती है। अमरीका में कुछ लोगों के साथ ऐसा ही हुआ।
अमरीका के हेल्थ ऑफिशियल्स ने हाल ही में वहां हुई एक घटना को शेयर किया। दरअसल, यहां अचानक ही कई लोग आंखों में समस्या लेकर हॉस्पिटल आए। इनमें से एक की मौत हो गई, जबकि कई की हालत बेहद खराब है। इन सबकी आंखों में दिक्कत देखने को मिली। कई की आंखें निकालनी पड़ी। बाद में पता चला कि उन सबने अपनी आंखों में आईड्रॉप्स डाला था। ये ड्रग्स आंखों को बैक्टीरियल इन्फेक्शन से बचाने वाला था लेकिन इसकी वजह से कई लोगों की आंखों की रोशनी चली गई।
द सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने बताया कि इस आई ड्राप को डालकर करीब 68 लोग इन्फेक्ट हो गए। इन सबकी आंखों में Pseudomonas aeruginosa के स्टेन देखने को मिले। इन रोगियों में से एक की मौत हो गई जबकि आठ लोग अंधे हो गए। करीब चार लोगों की आंखें सर्जरी कर निकालनी पड़ी। ये सभी लोग यूएसए के करीब 16 अलग-अलग स्टेस्ट्स में पाए गए हैं। सबसे हैरानी की बात ये है कि इससे पहले ऐसा इन्फेक्शन कभी देखने को नहीं मिला था।
सीडीसी ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि इनमें में ज्यादातर ने आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल किया था। इसके बाद करीब दस ब्रांड्स के आई ड्रॉप्स को जांच के लिए भेज दिया गया है। इससे पहले भी दो ब्रांड के आई ड्रॉप्स, जो भारत में बनाए गए थे, अमरीका के मेडिकल शॉप्स में बैन किये जा चुके हैं। इससे पहले सीडीसी ने जनवरी में वार्निंग जारी की थी कि वो zriCare Artificial Tears और Delsam Pharma’s Artificial Tears का इस्तेमाल बंद कर दे। लेकिन अब इन दोनों के बैन होने के बाद भी दूसरे आई ड्रॉप्स ने ये करामात कर दिया।