सागर, खंडवा और खरगोन में रविवार दोपहर 3 बजे मौसम बदला और बारिश होने लगी। भोपाल में देर शाम तेज बारिश शुरू हो गई। खरगोन के झिरन्या ब्लॉक में तेज बारिश के साथ ओले गिरे। डिंडौरी, आगरमालवा और श्योपुर में भी जमकर ओलावृष्टि हुई।
प्रदेश में 14 मार्च से दो सिस्टम एक्टिव हैं। 16-17 मार्च से सिस्टम ज्यादा स्ट्रॉन्ग हो गया। इस कारण बारिश और ओलावृष्टि हो रही है। 20 मार्च तक आधे से ज्यादा मध्यप्रदेश में ऐसा ही मौसम रहेगा। मौसम वैज्ञानिकों ने ओलावृष्टि होने और तेज आंधी चलने की संभावना भी जताई है।
डिंडौरी: सड़क से लेकर खेत में बिछे ओले
डिंडौरी जिले के करंजिया और बजाग ब्लॉक में अचानक आंधी-तूफान के साथ बारिश शुरू हो गई। सड़क से लेकर खेत तक ओले से पटा नजर आया। किसानों ने बताया कि कर्ज लेकर खेती की थी। चने की फसल पकी हुई है। कटाई करने ही वाले थे। ऐसे ही बारिश होती रही तो फसलें बर्बाद हो जाएगी।
श्योपुर: बेर के आकार के ओले गिरे, फसलें बर्बाद
श्योपुर जिले की बीरपुर तहसील में रविवार शाम को हल्की बारिश के साथ बेर के आकार के ओले गिरे। खेतों में खड़ी गेहूं और चने की फसलें बर्बाद हो गई। श्यामपुर कस्बे के आसपास के खेतों में सबसे ज्यादा नुकसान देखने को मिला। यहां 15 मिनट तक ओलावृष्टि हुई।
छतरपुर में जटाशंकर धाम में सीढियों पर बहा पानी
बुंदेलखंड के केदारनाथ कहे जाने वाले श्री जटाशंकर धाम में रविवार शाम केा एक घंटे से ज्यादा बारिश हुई। पहाड़ा का पानी सीढ़ियों और गोमुख के झरने से बहने लगा। आसपास के इलाकों में बारिश से फसलों के नुकसान की खबर है।
इंदौर में बिजली गिरने से 12वीं के छात्र की मौत
इंदौर के पास शिप्रा इलाके में 17 साल के नाबालिग छात्र की आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई। रिश्तेदारों ने बताया कि वह शनिवार शाम को खेत से घर की तरफ पैदल आ रहा था। तभी हादसा हुआ। परिजन उसे एमवाय अस्पताल पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मृतक का नाम सचिन (17) पुत्र दिनेश पटेल ग्राम बीसाखेड़ी है।
मध्यप्रदेश में तेज बारिश, ओले और तेज आंधी से गेहूं-सरसों की फसल पर संकट छा गया है। कई शहरों में हवा 75Km प्रतिघंटे की रफ्तार से चल रही है, तो आसमान से ओलों की बारिश हो रही है। कई शहरों में बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो पांच दिन से बिगड़े सिस्टम की वजह से गेहूं, चने और सरसों की फसलों पर असर पड़ा है। अगले दो दिन मौसम और बिगड़ा हुआ रहेगा। वहीं, आकाशीय बिजली चमकने और गिरने की आशंका भी रहेगी।
इसलिए बदला मौसम
मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि उत्तर भारत में एक विक्षोभ सक्रिय है, जो काफी मजबूत है। इसी के प्रभाव से एक प्रेरित चक्रवात साउथ-ईस्ट राजस्थान में 14 मार्च से बना हुआ है। इससे प्रदेश में मौसम बदल गया है। 16 मार्च से फिर एक पश्चिमी विक्षोभ बन गया है। दक्षिण-पूर्वी हवाएं बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से नमी लेकर आ रही है। इन दोनों के मिश्रण से प्रदेश में बारिश, ओलावृष्टि और तेज आंधी का असर है। 20 मार्च तक ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी।
इन जिलों में बदला मौसम
भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, विदिशा, रायसेन, झाबुआ, मंदसौर, रतलाम, नीमच, बैतूल, राजगढ़, सागर, सतना, छतरपुर, दमोह, अनूपपुर, छिंदवाड़ा, कटनी, उज्जैन, देवास, शाजापुर, सीहोर, बालाघाट, बुरहानपुर, शिवपुरी, खंडवा, हरदा, मुरैना, धार, डिंडौरी, सिवनी, आगर, नरसिंहपुर, रीवा समेत कई जिलों में बारिश का दौर जारी है। शनिवार को ज्यादातर इलाकों में बारिश, ओलावृष्टि हुई। वहीं, तेज आंधी भी चली।